-आचार संहिता बन सकती है सीएम की राह का रोड़ा

-राज्यपाल राम नाइक कर सकते हैं मैच का उद्घाटन

KANPUR (8 Jan): 26 जनवरी को ग्रीनपार्क में इंडिया और इंग्लैंड के बीच होने वाले टी-20 मैच में सीएम अखिलेश यादव के शरीक होने पर सस्पेंश बना हुआ है। हालांकि राज्यपाल राम नाइक का यहां आना लगभग तय है। दरअसल, उत्तर प्रदेश में चुनावों के लिए जारी आचार संहिता के मद्देनजर उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (यूपीसीए) अभी ये तय नहीं कर पाया है कि वह सीएम को मैच के लिए इनवाइट करे या नहीं। चूंकि राज्यपाल पर आचार संहिता लागू नहीं होती, इसलिए यूपीसीए ने मैच के उद्घाटन के लिए उन्हें बुलाने का मन बना लिया है। हालांकि गेस्ट्स की लिस्ट राजीव शुक्ला से बातचीत के बाद तय की जाएगी, जिनके एक या दो दिन में शहर आने की संभावना है।

टूट जाएगी परंपरा

ग्रीनपार्क में जब भी कोई इंटरनेशनल मैच हुआ है, उसका उद्घाटन राज्यपाल ने किया है जबकि समापन समारोह में सीएम मौजूद रहे हैं। बीते कई साल से यह परंपरा चली आ रही है। हालांकि यूपी में होने वाले चुनावों के मद्देनजर इस परंपरा के टूटने के आसार हैं। वैसे तो मैच के लिए यूपीसीए ने अभी गेस्ट्स की लिस्ट नहीं बनाई है, लेकिन माना जा रहा है कि सीएम मैच के समापन समारोह का हिस्सा नहीं होंगे। यूपीसीए की वर्किग कमेटी के मेंबर युद्धवीर सिंह ने इस बाबत बताया कि राजीव शुक्ला दो दिन पहले ही दुबई से लौटे हैं और उनसे जल्द ही इस बाबत चर्चा की जाएगी। चूंकि राज्यपाल पर आचार संहिता लागू नहीं होती, इसलिए उनके आने पर कोई संशय नहीं है। हालांकि चीफ मिनिस्टर को इनवाइट करने से पहले हमें राजीव शुक्ला और प्रशासन से बात करनी होगी।

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पहले टी-20 में उत्साह की कमी

कानपुर के इतिहास में यह पहला मौका है, जब ग्रीनपार्क अपने पहले टी-20 इंटरनेशनल मैच की मेजबानी करने जा रहा है। हालांकि इतने बड़े आयोजन को लेकर यूपीसीए में उत्साह की कमी साफ नजर आ रही है। लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों का खौफ कहें या फिर नोटबंदी का असर, लेकिन जिस तरह बीते साल आईपीएल या फिर टेस्ट मैच के लिए उत्साह देखा गया था वो इस बार नजर नहीं आ रहा है। यूपीसीए के मीडिया प्रभारी एए खान तालिब के अनुसार, मैच के नजदीक आने पर उत्साह भी नजर आने लगेगा। दरअसल, हमने हाल ही में टेस्ट मैच का आयोजन किया था। इसलिए टी-20 के लिए कुछ खास तैयारियां बाकी नहीं रह गई थीं। खिलाडि़यों के रुकने और उन्हें यहां लाने की जिम्मेदारी बीसीसीआई की है, जबकि सुरक्षा का जिम्मा प्रशासन का है। अन्य इंतजामों के लिए अभी बहुत जल्दी है। समय आने पर यूपीसीए इसमें तेजी लाएगा।