- ताइक्वांडो में टच का गेम ज्यादा होने की वजह से अभी नहीं शुरू हो पाएगी प्रैक्टिस

- सिर्फ ऑनलाइन वीडियो और ट्रेनिंग के जरिए ही प्रैक्टिस

<- ताइक्वांडो में टच का गेम ज्यादा होने की वजह से अभी नहीं शुरू हो पाएगी प्रैक्टिस

- सिर्फ ऑनलाइन वीडियो और ट्रेनिंग के जरिए ही प्रैक्टिस

GORAKHPUR: GORAKHPUR: गोरखपुर में खिलाडि़यों को प्रैक्टिस के लिए परमिशन मिल गई है, लेकिन ताइक्वांडो ओर कराटे में अपना हुनर निखारने वाले खिलाडि़यों को अभी और इंतजार करना पड़ेगा। गेम्स में टच ज्यादा होने की वजह से अभी जिम्मेदार जहां प्रैक्टिस कराने के मूड में नहीं हैं, तो वहीं पेरेंट्स भी डर के अभी बच्चों को भेजने को तैयार नहीं हैं। ऐसे में प्रोफेशनली अपनी टेक्टिस और प्रैक्टिस बेहतर करने की चाह रखने वाले खिलाडि़यों को ऑनलाइन मोड में ही कोचिंग लेनी होगी। इंजीनियरिंग कॉलेज, खजांची के पास, टाउन हॉल के साथ ही शहर में सभी स्पॉट्स पर प्रैक्टिस पर ब्रेक लगा रहेगा।

कई जगह चलती है प्रैक्टिस

गोरखपुर यूनिवर्सिटी के सामने स्थित पंत पार्क में लालदेव यादव अपने सहयोगी विशाल के साथ ताइक्वांडो की क्लास चलाते हैं। वहीं टाउनहॉल में धीरेंद्र और योगेंद्र प्रताप कराटे की ट्रेनिंग देते हैं। यह सुबह और शाम खिलाड़ी अपना हुनर निखारने और सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग के लिए पहुंचते हैं। लेकिन जबसे लॉकडाउन चल रहा है, तब से इस पर ब्रेक लगा है। इससे उन्होंने मोबाइल के जरिए ही ट्रेनिंग देने का सिलसिला शुरू किया है। खिलाडि़यों को जहां वीडियो ट्यूटोरियल रिकॉर्ड कर भेजे जा रहे हैं, फिर इसकी प्रैक्टिस कराने के साथ ही इसका फिजिकल टेस्ट भी डिजिटल मोड में ही लिया जा रहा है। इसके लिए फेसबुक या व्हॉटसएप वीडियो कॉलिंग का इस्तेमाल किया जा रहा है। वहीं, वीडियो मंगाकर भी मॉनीटरिंग की जा रही है और खामियों को दुरुस्त कराया जा रहा है।

हंसी खुशी बच्चे कर रहे प्रैक्टिस

वीडियो ट्यूटोरियल खिलाडि़यों को प्रैक्टिस के लिए खूब भा रहा है। बच्चे भी खूब इंटरेस्टेड हैं और अपने घरों में फुल ड्रेस प्रैक्टिस कर रहे हैं। लॉकडाउन बढ़ने से स्टूडेंट्स की प्रैक्टिस नहीं हो पा रही थी, पहले उन्हें फोन पर ही वार्मअप और कुछ छोटे-मोटे अटेंप्ट करने के लिए निर्देश दिए गए थे, लेकिन लॉकडाउन बढ़ने के बाद अब हम पहले पूरी प्रॉसेस को रिकॉर्ड कर रहे हैं और इसे बच्चों से शेयर कर रहे हैं। वीडियो कॉल कर उनकी तैयारी भी परखी जा रही है और जो खामियां हो रही है, उसे दुरुस्त कराया जा रहा है।

कोट्स

अभी आगे भी प्रैक्टिस की पॉसिबिल्टी नहीं है। इस गेम में खिलाडि़यों को एक दूसरे को टच करना पड़ता है, जिसकी वजह से इस गेम में फिलहाल शुरू करने की तैयारी नहीं की गई है। लॉकडाउन के दौरान भी खिलाड़ी अपनी प्रैक्टिस करते रहें, इसके लिए मोबाइल के जरिए ट्रेनिंग दी जा रही है।

- लालदेव यादव, सेक्रेटरी, डिस्ट्रिक्ट ताइक्वांडो एसोसिएशन

लॉकडाउन में छूट मिलने के बाद भी इसकी प्रैक्टिस स्टार्ट कराना पॉसिबल नहीं है। इसलिए आगे भी ऑनलाइन मोड में ही प्रैक्टिस सेशन जारी रहेंगे। इससे जहां सेल्फ डिफेंस सीखने वालों को फायदा होगा, वहीं जो प्रोफेशनली इस गेम में जाना चाहते हैं, उनके लिए भी यह सेशन काफी मददगार साबित होगा।

- विशाल कुमार, ताइक्वांडो कोच

खिलाडि़यों को आने के लिए मना किया हुआ है। सोशल डिस्टेंसिंग मेनटेन कर प्रैक्टिस हो सकती है, लेकिन टेक्टिस और रियल सिचुएशन परखने के लिए बैटल कराना पड़ेगा, जिसमें एक दूसरे को छूना जरूरी होगा, इसलिए फिलहाल प्रैक्टिस स्टार्ट कराने की तैयारी नहीं हैं।

- धीरेंद्र प्रताप, कराटे कोच

फिलहाल प्रैक्टिस स्टार्ट नहीं की जाएगी। अभी कुछ दिनों तक खिलाडि़यों को उनके घर पर ही ट्रेनिंग दी जा रही है। इसके बाद गाइडलाइन के अकॉर्डिग तैयारी करके तब खिलाडि़यों को मैदान में प्रैक्टिस के लिए बुलाया जाएगा।

- सौरभ त्रिपाठी, कोच

वीडियो के जरिए बच्चे काफी कुछ सीख रहे हैं। नया तरीका मिला है, तो उन्होंने इसे एडॉप्ट कर लिया है। उनकी प्रैक्टिस भी हो जा रही है और फिजिकल डिस्टेंसिंग का भी कोई पेंच नहीं है।

- कुंदन राय, कोच