- ब्रह्म मंदिर के चारों ओर की जाएगी घेराबंदी

- प्रोजेक्ट पर खर्च किए जाएंगे 25 लाख रुपए

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बड़ा तालाब, बिरसा मुंडा स्मृति पार्क के बाद अब सरकार ने टैगोर हिल के सरंक्षण का निर्णय लिया है। टैगोर हिल राजधानी रांची की एक एतिहासिक धरोहर है। सरकार इसे संवारने जा रही है। इसकी सारी आवश्यक प्रक्रियाएं पूरी कर ली गई है। विधानसभा चुनाव के बाद इसके सरंक्षण का काम शुरू हो जाएगा। इस पर 25 लाख रूपए खर्च किए जाएंगे। इस प्रोजेक्ट के तहत टैगोर हिल के सबसे ऊपर बने ब्रह्म मंदिर को सरंक्षित किया जाएगा। ब्रह्म स्थल पर ज्योतिरींद्र नाथ टैगोर बैठ कर साधना किया करते थे, कविता की रचना और पाठ किया करते थे। इस मंदिर के चारों ओर घेराबंदी की जाएगी।

प्रेमी जोड़े बिगाड़ते हैं सूरत

मंदिर में बैठकर प्रेमी जोडे़ अपने और अपनी प्रेमिका का नाम लिख देते हैं। इससे इसकी खूबसूरती बिगड़ रही है। इसे रोकने के लिए ही मंदिर को घेरने को निर्णय लिया गया है। मंदिर के चबूतरे से लगभग दो फिट की दूरी पर घेराबंदी की जाएगी। इस काम की जिम्मेवारी आईटीआरएचडी कंपनी को दिया गया है।

हॉल का भी होगा कायापलट

टैगोर हिल में बने हॉल को भी संरक्षित किया जाएगा। यह हॉल काफी जर्जर स्थिति में आ चुका है। खिड़की दरवाजे सभी टूट चुके हैं। इसकी रिपेयरिंग के साथ-साथ यहां गुरुदेव रविंद्रनाथ और उनके बड़े भाई ज्योतिरींद्रनाथ से संबंधित सूचनाओं को प्रदर्शित किया जाएगा। इससे यहां आने वाले लोगों को रविंद्रनाथ एवं ज्योतिरींद्रनाथ से जुडे़ तथ्यों को जानने का मौका मिलेगा। इसके लिए राज्य सरकार कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल हॉल, अलिपुर के द नेशनल लाइब्रेरी ऑफ इंडिया एवं कोलकाता के रविंद्र भारती यूनिवर्सिटी से सूचनाएं एकत्र करेगी। साथ ही किसी व्यक्ति के पास सूचना होने पर वे भी साझा कर सकेंगे।

पहले भी हुआ था संवारने का प्रयास

पर्यटन विभाग की ओर से पहले भी कई बार टैगोर हिल को संवारने का प्रयास किया गया था। टैगोर हिल को पर्यटन स्थल के रूप में डेवलप किया गया था। जहां टैगोर हिल के पहाड़ों पर झारखंडी संस्कृति ऊकेरी गई थी। लेकिन रखरखाव के अभाव में एक बार फिर यह जर्जर स्थिति में आ चुका है। टैगोर हिल की सीढि़यां और चबूतरे भी टूटने लगे हैं। वहीं इस स्थल पर सुरक्षा की व्यवस्था नहीं होने के कारण पर्यटक भी यहां आना नहीं चाहते।

तीन सौ फीट है ऊंचाई

सिटी के अल्बर्ट एक्का चौक से तीन किलोमीटर की दूरी पर खड़ा टैगोर हिल समुद्र तल से 300 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यहां ऊपर से देखने पर मनोरम दृश्य नजर आता है। पहाड़ी की चोटी से सूर्योदय और सूर्यास्त का बेहद खूबसूरत नजारा देख जा सकता है

वर्जन

ब्रह्म मंदिर को संरक्षित करना सरकार का सराहनीय कदम है। शहर वासियों के लिए यह एक उपहार के रूप में होगा। लोग यहां अपने परिवारह दोस्तों के साथ समय गुजार सकेंगे। जल्द ही इस पर काम शुरू कर दिया जाएगा।

एसडी सिहं, स्टेट हेड, आईटीआरएचडी