- जब तक चलते रहे गाने झूमते रहे युवा

- प्लेबैक सिंगर जावेद अली ने बिखेरा जलवा

- गजल गायक सुधीर नारायण ने पेश की गजलें

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AGRA। पैगाम-ए-इश्क की थीम पर मोहब्बत की नगरी आगरा में सबसे बड़े समारोह ताज महोत्सव का शानदार आगाज ट्यूजडे को हो गया। जब बॉलीवुड के गायकों ने गाना शुरु किया तो वहां मौजूद हर शख्स झूमने को मजबूर हो गया। कार्यक्रम का उद्घाटन पर्यटन मंत्री ओमप्रकाश सिंह ने फीता काटकर किया, वहीं कैबिनेट मंत्री राजा महेंद्र अरिदमन सिंह और राज्यमंत्री राम सकल गुर्जर ने दीप प्रज्ज्वलन किया। ताज महोत्सव के पहले दिन ही भारी संख्या में लोग कार्यक्रम देखने के लिए मौजूद थे।

जावेद अली के गानों पर झूमे लोग

ताज महोत्सव में जब बॉलीवुड के प्लेबैक सिंगर जावेद अली ने सुर छेड़े तो वहां मौजूद युवाओं ने झूमना शुरु कर दिया। जावेद अली ने अपने पॉपुलर सांग 'जश्ने बहारा' गाने से शुरुआत की। उसके बाद उन्होंने 'जब तक है जान' गाना शुरु किया तो मोहब्बत की नगरी में संगीत की फिजा बहने लगी। जावेद अली ने सिंगर मनीषा के साथ इश्कजादे और रांझणा गाना गाया। यही नहीं, जब जावेद ने गुंडे फिल्म में 'जश्ने इश्का' सांग गाया तो वहां मौजूद यंगस्टर्स झूम उठे।

गजलों ने बांधा समां

उद्घाटन समारोह के दौरान प्रसिद्ध गजल गायक सुधीर नारायण और उनके साथियों की गाई गजलों ने समां बांध दिया। उन्होंने अपनी फेमस गजल 'दरिया के किनारे खिला रुहानी कमल है, धरती का धड़कता दिल ताजमहल है' जब गाया, तो श्रोता वाह-वाह कर उठे।

खूब नाचा ब्रज का मयूर

ताज महोत्सव के दौरान शिल्पग्राम के मुक्ताकाशीय मंच पर शाम को ब्रज नृत्य आयोजित किया गया था। इसमें चरकुला नृत्य और मयूर नृत्य ने सभी दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। मथुरा के मुरारी लाल शर्मा चरकुला आर्ट एकेडमी की प्रस्तुति ने सभी का मन मोह लिया।

ऊर्जा ग्रुप ने सभी को झुमाया

कार्यक्रम के दौरान ऊर्जा गु्रुप की प्रस्तुतियों ने युवाओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। प्रोग्राम का संचालन निधि नखरा ने किया। कार्यक्रम के दौरान क मिश्नर प्रदीप भटनागर और डीएम पंकज कुमार उपस्थित रहे।

सिंगिंग के लिए सीखना जरूरी - जावेद अली

जब आई नेक्स्ट की टीम ने जावेद अली से बात की तो उन्होंने बड़े गर्मजोशी से सवालों का जवाब दिया। जावेद अली ने कहा कि मेरा नाम जावेद हुसैन है अपने गुरु गुलाम अली से प्रेरित होकर मैंने नाम जावेद अ ली कर दिया है। उन्होंने कहा कि मैंने गजल गायक बनने का सपना देखा था लेकिन इंडस्ट्री में हर तरह का गायन सीखना पड़ता है इसलिए मैं पा‌र्श्व गायक बन गया। युवाओं को संदेश देते हुए उन्होंने कहा कि सिंगिंग करने के लिए युवाओं को सीखना जरूरी है तभी वे बॉलीवुड में अपना खास मुकाम बना सकते हैं। बता दें कि जावेद अली को फिल्म इश्कजादे के लिए अवार्ड मिल चुका है, वहीं उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से यश भारती सम्मान से भी सम्मानित किए जा चुके हैं।