कमिश्नर ने दिए थे टॉस्क फोर्स के गठन के निर्देश

-प्रान्तीय ख्ाड के एक्सईएन बोले जानकारी नहीं

- सेक्शन में 20 स्थानों से प्राप्त हुई सड़क टूटने की कंप्लेन

आगरा। शहर की सड़कें कब धंस जाएं, कुछ पता नहीं चल सकता। सड़कों पर गहरे-गहरे गड््रढे और उनमें भरा पानी हादसों को न्योता दे रहा है, लेकिन जिम्मेदारों द्वारा इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। कहने को तो हम स्मार्ट सिटी की राह पर कदम बढ़ा रहे हैं, लेकिन शहर में सड़कें कच्चे रास्ते सरीखी हो गई हैं। अभी तक पीडब्ल्यूडी सेक्शन एक में 20 कंप्लेन सड़क टूटने की प्राप्त हो चुकी हैं।

बारिश में खराब होने वाली सड़कों की निगरानी और उनको दुरुस्त करने के लिए सेक्शन वाइज हर विभाग में टॉस्क फोर्स का गठन होना था। ये टॉस्क फोर्स हर एरिया के हिसाब से निरीक्षण कर सड़क के गड्ढों को दुरुस्त कर आमजनों के लिए आवागमन को सुगम बनाने की जिम्मेदारी दी गई थी, लेकिन मौजूदा समय में टॉस्क फोर्स का गठन नहीं हो सका है। इनकी हर सप्ताह रिपोर्ट भेजनी थी।

कमिश्नर ने दिए थे निर्देश

शहर में सड़कों के रखरखाव और दुरुस्तीकरण के लिए कमिश्नर अनिल कुमार ने एडीए, नगर निगम, पीडब्ल्यूडी, एनएचएआई के अधिकारियों को टॉस्क फोर्स का गठन कर निगरानी करनी थी। इसमें एडीए के चीफ इंजीनियर, एनएचएआई के परियोजना निदेशक, नगर निगम के अधिशासी अभियंता, पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन को टॉस्क फोर्स का गठन करना था। अभी तक टॉस्क फोर्स का गठन नहीं हो सका है।

पीडब्ल्यूडी को मिली 20 कंप्लेन

पीडब्ल्यूडी विभाग में अभी तक 20 कंप्लेन सड़क टूटने, जलभराव, गहरा गड्ढा होने की प्राप्त हुई हैं। सड़क टूटने से आम लोगों को निकलने में काफी दिक्कतों को सामना करना पड़ रहा है। इस बारे में पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन नरेश कुमार ने बताया कि हमें नुनिहाई, शाहदरा, ग्वालियर रोड, रोहता, सेवला, नगला पदमा, आदि क्षेत्रों से प्राप्त हुई है। टॉस्क फोर्स के गठन के सवाल पर उनका कहना था कि जूनियर इंजीनियरों को निगरानी के लिए लगाया गया है। जहां भी कंप्लेन प्राप्त हुई, उनका निस्तारण करने का प्रयास किया जा रहा है। ग्वालियर रोड पर हमने पंप लगाकर पानी निकाला है। नुनिहाई में भी काम किया जा रहा है। पैचिंग वर्क कराया जा रहा है।

इन स्थानों पर खराब हो चुकी हैं सड़कें

- ग्वालियर रोड़

- संजय प्लेस, आजाद पेट्रोल पंप

- बजरंग नगर केके नगर

- नीरव निकुंज रोड

- न्यू राजा मंडी रोड

- नुनिहाई शाहदरा

- सूर्य नगर एमजी रोड आगरा

-पीपी नगर

- दयालबाग

- लायर्स कॉलोनी

- टेगौर नगर

- पंजाबी बाग

- कबीर नगर

- बोदला चौराहे से लोहामंडी मार्ग

- सिरौली मोड़

- खेरिया मोड़ चौराहे पर हल्की सी बारिश में जलभराव

हर वर्ष करोड़ों बह जाते हैं पानी में

हर वर्ष शहर में करोड़ों रुपये पानी में बह जाते हैं। शासन द्वारा सभी विभागों को प्रति वर्ष करोड़ों रुपये का बजट मुहैया कराया जाता है, लेकिन अफसरों की कारगुजारी से ड्रेनेज सिस्टम ठीक न होने से बजट पानी में बह जाता है। इसमें लोक निर्माण विभाग के अधीन सबसे ज्यादा सड़कें हैं। इसके अलावा नगर निगम, एडीए, आवास विकास विभाग, सिंचाई विभाग, एनएचएआई समेत जिला पंचायत विभाग हर वर्ष करोड़ों रुपये का बजट प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजते हैं। शासन द्वारा करोड़ों रुपये इनके निर्माण पर खर्च होते हैं, लेकिन गुणवत्ता की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जाता है।

लोक निर्माण विभाग ने मरम्मत और निर्माण पर इतने किए खर्च

वर्ष बजट करोड़ रुपये में

2017 35 करोड़

2018 40 करोड़

2019 21 करोड़ अभी तक

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नोट: अभी हाल ही में पीडब्ल्यूडी को 25 लाख रुपये का बजट पैचिंग वर्क के लिए प्राप्त हुआ है।

इस कारण से धंस रही विकास की सड़कें

- आए दिन सड़कों को खोदकर पाइप लाइन डाली जा रही हैं

- जल निगम, टोरंट, जलकल आदि विभाग काम पूरा नहीं करते हैं

- रोड कटिंग के बाद कमजोर हो जाती है। उसकी पुन: मरम्मत पर ध्यान नहीं दिया जाता।

- सड़कों पर ड्रिल मशीनों से बिजली, सीवर, पेयजल, टेलीफोन आदि की लाइनें डाली जा रही हैं।

- टोरंट द्वारा बिजली की केबल डालने के लिए ड्रिल मशीन चलाई जा रही है

- बारिश होने पर उसमें जलभराव होता है और सड़क धंस जाती है

- सड़क और हाईवे पर जलभराव हो जाता है ड्रेनेज सिस्टम की व्यवस्था नहीं है।

मानकों को ताक पर रखकर बनाई जा रहीं सड़कें

- पीडब्ल्यूडी विभाग के अफसर और ठेकेदार की सरपरस्ती में कमीशन का जाल बिछाया जाता है।

- गुणवत्ता की जांच नहीं होती है। बिना गुणवत्ता की जांच के भुगतान कर दिया जाता है।

- बिटुमिन , गिट्टियों की गुणवत्ता की जांच नहीं की जाती है।

- 100 रुपये क्यूबिक फुट के हिसाब से कमीशन पहले ही तय हो जाता है।

- 10 करोड़ की लागत से बनी सड़कों की थर्ड पार्टी ऑडिट करने के निर्देश थे, लेकिन अनुपालन नहीं हो रहा।

-पीडब्ल्यूडी विभाग में सीडी-1, 2, 3 में से एक ही लैब है

-सड़क की गुणवत्ता की जांच के लिए हाईटेक न्यूक्लियर गेज मशीन खरीदी गई थी, लेकिन उसका उपयोग नहीं हो रहा।

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सड़कों की स्थिति पर एक नजर

विभाग कुल रोड

पीडब्ल्यूडी 1796.704 किमी।

मंडी समिति 134.56 किमी।

नगर निगम 116.05 किमी।

एडीए 6.21 किमी।

प्रधानमंत्री 22 किमी।

सिंचाई विभाग 58.22 किमी।

मामला मेरी जानकारी में नहीं है। वैसे एक रिपोर्ट तो हमने भेज दी है। पैचिंग वर्क के लिए शासन से पैसा आया है। बारिश से खराब हुई सड़कों को दुरुस्त कराया जाएगा।

जीएस वर्मा अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी प्रान्तीय खंड आगरा