आगरा. शहर में सोमवार को बीएड प्रवेश परीक्षा देने बड़ी संख्या में अभ्यर्थी आए थे. परीक्षा छूटते ही शहर जाम हो गया. कई स्थानों पर पुलिस की मशक्कत के बाद जाम खुल गया. मगर, कुछ स्थानों पर रात तक जाम के हालात बने रहे.

बीएड प्रवेश परीक्षा में सोमवार को 44 हजार अभ्यर्थियों को बुलाया गया था. इसके लिए सुबह से ही शहर में अभ्यर्थियों की भीड़ लगने लगी थी. परीक्षा केंद्रों के बाहर अभ्यर्थियों के साथ उनके अभिभावक और उनके वाहन खड़े थे. इससे कई स्थानों पर जाम के हालात बन गए. शाम पांच बजे परीक्षा छूटते ही पूरे शहर में जाम लग गया. कुछ अभ्यर्थी अपने वाहनों से निकले तो कुछ वाहनों के इंतजार में सड़क पर खड़े थे. एमजी रोड पर आगरा कॉलेज के सामने लगे जाम में वाहनों की लंबी कतार लग गई. एमजी रोड की दोनों लेन जाम हो गई. धीरे-धीरे जाम राजामंडी और धाकरान तक पहुंच गया. पुलिस की काफी मशक्कत के बाद जाम खुल सका. इसके साथ एमजी रोड के अन्य चौराहों पर भी शाम को जाम लग गया. हाईवे पर सिकंदरा, गुरुद्वारा कट, ट्रांसपोर्ट नगर कट और भगवान टॉकीज फ्लाइओवर पर जाम लग गया. रात तक शहर में जाम की स्थिति बनी रही.

वाहनों का करना पड़ा इंतजार

परीक्षा समाप्त होने के बाद चौराहों पर परीक्षार्थियों की खासी भीड़ जमा हो गई. एक चौराहे से दूसरे चौराहे तक कुछ लोग लिफ्ट मांगकर पहुंच रहे थे तो किसी को इंतजार करना पड़ा.

मनमाना वसूला किराया

ऑटो रिक्शा चालक और मयूरी चालकों की सोमवार को चांदी रही, एक ओर जहां उन्हें ओवरब्रिज या चौराहों पर सवारियों का इंतजार करना पड़ता है, वहीं वह सोमवार को सवारियों से मनमाना किराया वसूलते देखे गए. वाटर व‌र्क्स चौराहे से भगवान टाकीज चौराहे आने के लिए पचास रुपए मांगे, जबकि आम दिनों में ऑटो चालक, मयूरी चालक दस रुपए ही लेते हैं. उधर सुबह केन्द्र पर पहुंचने की जल्दी में परीक्षार्थियों से भी मनमाना किराया वसूल किया, क्योंकि अधिकतर स्टूडेंट्स आस-पास के जनपदों से थे, उन्हें परीक्षा केन्द्र की जानकारी नहीं थी.

12 फीसदी परीक्षार्थियों ने छोड़ी बीएड परीक्षा

आगरा. सोमवार को उत्तर प्रदेश बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा में 44497 में शामिल से बारह फीसदी स्टूडेंट्स अनुपस्थित रहे. प्रवेश परीक्षा 89 केन्द्रों पर दो पालियों में आयोजित की गई. एग्जाम के नोडल अधिकारी एडीएम सिटी के अनुसार पहली पाली की परीक्षा सुबह नौ बजे, जबकि दूसरी पाली की परीक्षा दो बजे से पांच बजे तक शांतिपूर्ण ढंग से आयोजित की गई.

लग्जरी कारों से भी पहुंचे परीक्षा केन्द्र

शिक्षक बनने के लिए युवाओं और महिलाओं में सोमवार को खासा क्रेज देखा गया. इनमें कुछ स्टूडेंट्स ऐसे रहे जो अपनी लग्जरी कारों से परीक्षा केन्द्र पर पहुंचे. शिक्षक बनने के लिए पहले मध्यवर्ग के लोगों की इसमें रुचि देखी जाती थी, लेकिन वेतन अधिक होने से अब शिक्षक का पद खास वर्ग को भी लुभा रहा है. इस पद पर तैनात स्टूडेंट्स को दूर देहात में जॉब करनी होती है, जहां विद्युत व्यवस्था भी सुचारु नहीं होती है.