काबुल (रॉयटर्स/पीटीआई)। अफगानिस्तान में अमेरिका के विशेष दूत जालमे खलीलजाद और तालिबान प्रतिनिधिमंडल के सदस्य बुधवार को पाकिस्तान पहुंच गए हैं। माना जा रहा है कि दोनों पक्षों में शांति वार्ता फिर शुरू हो सकती है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले माह तालिबान के साथ हो रही शांति वार्ता रद कर दी थी। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान कुछ दिनों पहले अमेरिका गए थे, जहां उन्होंने ट्रंप से मुलाकात की थी। दोनों नेताओं के बीच अफगानिस्तान में शांति लाने के मसले पर भी चर्चा हुई थी। इमरान ने तब कहा था कि वह तालिबान को मनाने का प्रयास करेंगे। इस दौरे पर इमरान से खलीलजाद की भी मुलाकात हुई थी। माना जा रहा है कि वार्ता को फिर पटरी पर लाने के लिए अमेरिकी दूत और तालिबान प्रतिनिधिमंडल पाकिस्तान पहुंचा है।

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कई नेताओं से होगी मुलाकात

तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन के अनुसार, मुल्ला अब्दुल गनी बरादर के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल इस्लामाबाद पहुंच गया है, जहां उनकी पाकिस्तान के कई शीर्ष नेताओं से मुलाकात होगी। बता दें कि ट्रंप ने सितंबर की शुरुआत में तालिबान के साथ शांति वार्ता ऐसे वक्त पर रद कर दी थी, जब दोनों पक्ष समझौते के करीब थे। उन्होंने यह कदम तालिबान के हमले में एक अमेरिकी सैनिक के मारे जाने के बाद उठाया था। अमेरिका और तालिबान के बीच पिछले साल दिसंबर से कतर की राजधानी दोहा में शांति वार्ता चल रही थी। इस वार्ता से यह उम्मीद बढ़ गई थी कि अफगानिस्तान में 18 साल से जारी खूनी संघर्ष के खत्म होने का रास्ता प्रशस्त हो सकता है।

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