घायलों में आठ लोगों की हालत चिंताजनक बताई जाती है. ये हमला शुक्रवार को स्थानीय समय के अनुसार रात साढ़े नौ बजे के आसपास हुआ.

 प्रांतीय एसेंबली के चुनावों में उम्मीदवार बशीर खान का कहना है कि वो एक दोस्त से मिलने जा रहे थे कि उनकी गाड़ियों के काफिले में धमाका हुआ.

इसमें वो तो सुरक्षित बच गए लेकिन उनके साथी और आसपास के लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए. बशीर खान के अनुसार कार्यकर्ता उन्हें एक दूसरी कार में सुरक्षित जगह पर ले गए.

तालिबान की धमकी

इससे पहले सुबह के समय कराची के लांडी इलाके में भी एएनपी उम्मीदवार अब्दुल रहमान पर भी हमला किया, हालांकि इसमें उन्हें चोट नहीं आईं. तहरीके तालिबान ने इन दोनों हमलों की जिम्मेदारी ली है.

तालिबान के प्रवक्ता अहसानुल्लाह एहसान ने हमले की वजह बताते हुए बीबीसी से कहा कि एएनपी धर्मनिरपेक्ष पार्टी है और वो पिछली सरकार की अहम सहयोगी रही है जिसके शासनकाल में खैबर पख्तून ख्वाह, बलोचिस्तान और कराची में “निर्दोष लोगों को मारे गए.”

चरमपंथी एएनपी पार्टी के उम्मीदवारों को लगातार निशाना बना रहे हैं. इस बीच कराची के कुछ इलाकों में तालिबान की तरफ से पर्चे बांटे गए हैं जिसमें लोकतंत्र को "कुफ्र का निजाम" करार दिया गया है और लोगों से चुनावी जुलूस और मतदान केंद्रों से दूर रहने को कहा गया है.

पिछले दिनों एमक्यूएम पार्टी के चुनावी कार्यालयों को भी दो हमलों में निशाना बनाया गया जिनमें 11 लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए.

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