क्त्रन्हृष्ट॥ढ्ढ : लोकसभा चुनाव में इस बार भी रांची के लोगों ने नरेंद्र मोदी पर भरोसा दिखाया है. वहीं लोगों को अब उनसे काफी उम्मीदें भी हैं कि इस बार उन्हें पानी की समस्या से निजात मिलेगी. चूंकि सिटी में पिछले कई सालों से पानी की किल्लत बढ़ती जा रही है. लोग इस कदर परेशान हैं कि बाल्टी पर पानी के लिए एक दूसरे से भिड़ने को तैयार हैं. कहीं कहीं तो पानी के चक्कर में हाथापाई तक हो जा रही है. इस दौरान एक बाल्टी पानी मिल जाने पर लोगों को ऐसा लग रहा है जैसे कि उन्होंने जंग जीत ली हो.

पानी के लिए हाथापाई करने को तैयार

सिटी के हरमू, अरगोड़ा, बरियातू, चुटिया, डोरंडा इलाके में स्थिति काफी खराब है. यहां पानी का टैंकर आते ही लोगों की भीड़ टूट पड़ती है. इसके बाद भी जब लोगों को पानी नहीं मिल पाता तो हाथापाई की नौबत आ जा रही है. ऐसा लगता है मानो पानी के लिए वे किसी भी हद तक जाने को मजबूर हैं. इसके बाद भी लोगों को पीने का पानी नसीब नहीं हो पा रहा है.

सरकार व निगम को फिक्र नहीं

पानी की समस्या को लेकर पहले से ही तैयारी की जा रही थी. लेकिन नगर निगम ने टैंकरों को दुरुस्त नहीं कराया. वहीं बोरिंग की रिपेयरिंग तो कराई गई. लेकिन उससे पानी ही नहीं निकल रहा है. इसका खामियाजा सिटी के लोग भुगत रहे हैं. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकार और नगर निगम के अधिकारियों को सिटी के लोगों की कितनी फिक्र है.

टैंकर की कमी से नहीं मिला पानी

वार्ड नंबर 25 में पानी के लिए हाहाकर मचा हुआ है. कई दिनों से यहां पानी का टैंकर ही नहीं पहुंच पाया. वहीं शुक्रवार को तो स्थिति और भी भयावह हो गई. जब एक टैंकर के भरोसे पूरा वार्ड था. वहीं पावर कट की समस्या के कारण बोरिंग से भी पानी नहीं मिल पाया. इसके बाद पार्षद अर्जुन राम ने नगर निगम को इसके लिए दोषी माना. और लोगों से पानी उपलब्ध नहीं कराने के लिए माफी मांगी. इसके अलावा वार्ड 26 में भी लोगों को पानी के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी. तब जाकर उन्हें बाल्टी भर पानी मिल पाया.