-आलमबाग के मवैया चौराहे की घटना, टैंकर फरार

- एक महिला सफाईकर्मी की मौत, दो अन्य गंभीर रूप से घायल

- नाराज परिजनों ने शव रखकर किया प्रदर्शन, लगा लंबा जाम

LUCKNOW : आलमबाग के मवैया चौराहे पर शनिवार सुबह बेकाबू टैंकर ने रोड किनारे खड़ी दो महिलाओं समेत तीन सफाईकर्मियों को रौंद दिया। हादसा इतना भयावह था कि एक महिला सफाईकर्मी ने मौके पर ही दम तोड़ दिया जबकि दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। जानकारी मिलने पर पहुंची पुलिस ने दोनों घायलों को इलाज के लिये लोकबंधु हॉस्पिटल पहुंचाया, जहां महिला की हालत गंभीर देख डॉक्टर्स ने उसे ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया। देरशाम मृतक महिला के परिजनों ने लखनऊ-कानपुर हाइवे पर शव रखकर जाम कर दिया। मौके पर पहुंचे एसीएम थर्ड ने आश्वासन देकर प्रदर्शनकारियों को शांत कराया। खबर लिखे जाने तक टैंकर का पता नहीं चल सका था।

काम पूरा कर बातचीत कर रही थी

आलमबाग के मवैया चौराहे पर शनिवार सुबह मछली मंडी, गेट नंबर 3 की रहने वाली रामेश्वरी देवी (55) सफाई कार्य पूरा करने के बाद अन्य सफाईकर्मियों दीपमाला व रतन के साथ खड़ी होकर बातचीत कर रही थी। इसी दौरान अचानक ऐशबाग फ्लाईओवर की ओर से तेजरफ्तार टैंकर वहां आ पहुंचा। अभी वे लोग कुछ समझ पाते इससे पहले ही टैंकर उन्हें रौंदते हुए आलमबाग की ओर भाग निकला, जिससे रामेश्वरी की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दीपमाला व रतन गंभीर रूप से घायल हो गए। राहगीरों ने पुलिस कंट्रोल रूम को घटना की सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने आनन-फानन घायलों को इलाज के लिये लोकबंधु हॉस्पिटल पहुंचाया, जहां डॉक्टर्स ने दीपमाला की हालत नाजुक देख उसे ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया।

परिजनों ने शव रखकर किया प्रदर्शन

पुलिस ने रामेश्वरी का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया। शाम करीब छह बजे पोस्टमार्टम के बाद मिले शव को परिजन लेकर वापस लौटे और मवैया चौराहे पर शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। प्रदर्शनकारी मृतका के परिजनों के लिये पांच लाख रुपये मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की मांग कर रहे थे। मौके पर पहुंची पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे मांगे पूरी होने तक जाम हटाने को तैयार न हुए। आखिरकार जानकारी मिलने पर पहुंचे एसीएम थर्ड संत कुमार ने मृतका के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से मुआवजा दिलाने का आश्वासन देकर प्रदर्शनकारियों को शांत कराया। जिसके बाद हाइवे पर ट्रैफिक चालू हो सका।

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डेढ़ घंटे तक लगा जाम

हादसे में जान गवांने वाली रामेश्वरी का शव मच्र्युरी से लेकर परिजन सीधे मवैया चौराहे पर पहुंच गए और शव को हाइवे पर रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने। करीब डेढ़ घंटे तक प्रदर्शन चलता रहा, जिसकी वजह से हाइवे पर दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई। एसीएम थर्ड ने मौके पर पहुंचकर आश्वासन दिया तब जाकर प्रदर्शनकारी शांत हुए, लेकिन तब तक रोड के दोनों ओर लंबा जाम लगा रहा। प्रदर्शन खत्म होने के बाद पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद जाम में फंसे वाहनों को निकलवाया। क्षेत्राधिकारी आलमबाग समेत इंस्पेक्टर आलमबाग, कृष्णानगर व मानकनगर मौजूद रहे। इस मौके पर इंस्पेक्टर आलमबाग ने मृतक महिला के परिजनों को 5 हजार रुपए की नगद आर्थिक सहायता प्रदान की। मृतका के परिवार में पति के अलावा दो अविवाहित बेटियां हैं जबकि तीन बेटियों की शादी हो चुकी है ।