-टाटा मोटर्स कर्मचारियों ने यूनियन कार्यालय में हुई बैठक में की मांग

JAMSHEDPUR: टाटा मोटर्स कर्मचारियों के सालाना बोनस समझौते से पूर्व फार्मूला बनाने की मांग तेज हो गई है। शनिवार को यूनियन कार्यालय में हुई पदाधिकारियों की बैठक में सभी ने एक स्वर में आवाज बुलंद की कि पहले बोनस फार्मूले बने, फिर प्रबंधन से बातचीत की जाए। यूनियन नेताओं का कहना था कि फार्मूला नहीं बनने की वजह से कर्मचारियों को नुकसान हो रहा है। जबकि, अन्य कंपनियों में बोनस समझौता को लेकर फार्मूला बनाया गया है। इधर, कमेटी मेंबर भी बोनस फार्मूला बनाने की मांग को लेकर मुखर हैं। उनका कहना है कि बोनस वार्ता शुरू करने से पूर्व फार्मूला बन जाना चाहिए।

वर्कर्स को मिले लाभ

यूनियन के पदाधिकारियों ने कहा कि बोनस समझौते के लिए कुछ आधार होना चाहिए, जिस पर प्रबंधन-यूनियन बातचीत कर सके। बीते साल की अपेक्षा कंपनी को ज्यादा मुनाफा हुआ है, जिसका लाभ कर्मचारियों को मिलना चाहिए। महामंत्री प्रकाश कुमार के समक्ष भी यह मुद्दा उठा और पदाधिकारियों ने उनसे मसला प्रबंधन के समक्ष गंभीरता से उठाने की बात कही। महामंत्री ने आश्वस्त किया कि फार्मूला बनाने की बात प्रबंधन के समक्ष उठायी जाएगी। जानकारी हो कि अन्य कारखानों में कंपनी के लाभ, उत्पादन-उत्पादकता, सुरक्षा आदि मापदंडों के आधार पर समझौते होते हैं। बैठक में यूनियन के अध्यक्ष अमलेश कुमार, महामंत्री प्रकाश कुमार सहित सभी पदाधिकारी मौजूद थे।

की जा रही स्टडी

टाटा मोटर्स में टाटा कमिंस की तर्ज पर बोनस फार्मूला बनाने की कवायद शुरू है। पिछले दिनों यूनियन अध्यक्ष अमलेश कुमार ने कमिंस से बोनस समझौते की कॉपी उपलब्ध कराई है। टाटा कमिंस के बोनस फार्मूले में लाभ 7, उत्पादन क्0 व गुणवत्ता-सुरक्षा में फ् प्वाइंट निर्धारित किया गया है।