छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: टाटा मोटर्स में अब रोज 250 बनने लगे हैं। कंपनी की उत्पादन-उत्पादकता कम हो गई है। अस्थायी कर्मियों को काम से बैठाया जा रहा है। तीन शिफ्ट की जगह कई स्थानों पर दो पाली में काम हो रहा है। नवंबर में 9000 तक वाहन डिस्पैच किए गए हैं। टीटीसीए टेल्को ट्रांसपोर्ट कान्वाई एसोसिएशन के माध्यम से 8000 तो टेलर के जरिए करीब 100 गाडि़यों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया गया है। वहीं चालू माह दिसंबर में प्रतिदिन 250 वाहन बनाने का लक्ष्य दिया गया है। इसमें से छह दिन शटडाउन है तथा रविवार का साप्ताहिक अवकाश भी है। फिर भी उम्मीद जताई जा रही है कि चालू माह में 7000 वाहन बनाए जा सकते हैं। बीते अक्टूबर महीने में कुल 10 हजार वाहन बनाया गया था। साल के अंतिम माह में हरेक बार कम ऑर्डर कम रहता है, जिससे उत्पादन कम होता है। इसका प्रमुख कारण गाडि़यों का मॉडल है। एक माह के इंतजार के बाद गाडि़यों का नया मॉडल मिलना शुरू हो जाता है। ऐसे में ग्राहक दिसंबर का इंतजार कर नए साल जनवरी में गाडि़यां खरीद हैं। रविवार को टाटा मोटर्स में अवकाश था लेकिन टीटीसीए खुली रही। इस दिन टीटीसीए द्वारा कुल 275 गाडि़यों को डिस्पैच कर उसको गंतव्य तक भेजा गया। कुछ गाडि़यां पहले से बन कर तैयार थीं, जिसे भेजा नहीं गया था।