JAMSHEDPUR: चीन में फैले केरोना वायरस का असर टाटा स्टील के सेल्स पर भी पड़ा है। मंगलवार को टाटा स्टील के मासिक कार्यक्रम, एमडी ऑनलाइन में वाइस प्रेसिडेंट (सेल्स) पीयूष गुप्ता सहित सिंगापुर व थाइलैंड के अधिकारियों ने इसका खुलासा किया। उनका कहना है कि चीन में फैले वायरस का प्रभाव सभी ओर फैल रहा है। चाइना के नववर्ष के बाद उम्मीद थी कि बाजार में तेजी आएगी, लेकिन वायरस के कारण चाइना मार्केट में माल का आना कम हो गया है। स्टील प्राइज भी 85 डॉलर से घटकर 79 डॉलर तक नीचे आ गया है। प्रोडक्शन बेहतर होने के बावजूद आपूर्ति में दबाव बना हुआ है। वहीं, थाइलैंड के एक अधिकारी ने बताया कि जनवरी माह में सेल्स भले ही 110 हजार टन रहा हो, लेकिन अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्क्रैप और पिलेट का दबाव बना हुआ है। वायरस के कारण बाजार पूरी तरह से सुस्त पड़ा है। वहीं, इससे पहले टाटा स्टील के सीईओ सह एमडी टीवी नरेंद्रन ने मुंबई स्थित मुख्यालय से वीडियो कांफ्रेंसिंग द्वारा कलिंगनर, टाटा स्टील लांग प्रोडक्ट, टाटा स्टील बीएसएल, माइंस, कोलियरी सहित विभिन्न ऑपरेशन यूनिट के प्रदर्शन की समीक्षा की और कर्मचारियों द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब भी दिया।

बेहतर होगा मार्केट

वाइस प्रेसिडेट पीयूष गुप्ता के अनुसार ऑटो सेक्टर में अब तक वो तेजी नहीं देखी गई है जिसकी हमें उम्मीद थी। मंदी के बावजूद बजाज और निशान कंपनियों के वाहनों की बिक्री बेहतर ही रही है। इसलिए हमारी कोशिश है कि उनके साथ ज्यादा व्यापार हो। वहीं, पीयूष गुप्ता ने कहा कि बीएस-6 मॉडल के वाहनों की लांचिंग के बाद मार्केट बेहतर होगा। वहीं, उन्होंने बताया कि आशियाना डोर, टयूब, जीआइ पाइप्स, जीएस शक्ति में कंपनी ने मात्र दो वर्षो में 300 करोड़ का कारोबार किया है। हमारी कोशिश है कि नए वित्तीय वर्ष में 500 करोड़ सेल्स के आंकड़े तक पहुंचे।

इंट्रानेट में मिलेगी लीव बैंक की जानकारी

टाटा स्टील में पहली जनवरी 2020 से प्रभावी हो चुका है। जल्द ही इसके सदस्यों को कंपनी के इंट्रानेट द्वारा लीव बैंक के नियम, किन-किन कर्मचारियों ने इसका लाभ लिया, वर्तमान में कितनी छुट्टियां बची हुई हैं? कितने कर्मचारियों ने बैंक से ली गई छुट्टियां वापस की, इसकी पूरी जानकारी मिलेगी। ब्लास्ट फर्नेस से वीएन सिंह ने एमडी ऑनलाइन में लीव बैंक को पारदर्शी बनाने पर सवाल किया था, इसका जवाब देते हुए टाटा वर्कर्स यूनियन के महासचिव सतीश कुमार सिंह व वाइस प्रेसिडेंट (एचआरएम) सुरेश दत्त त्रिपाठी ने यह जानकारी दी।

यूनियन चलाएगा ओल्ड एज होम

शताब्दी वर्ष में टाटा वर्कर्स यूनियन, कैंसर रेस्ट हाउस की तर्ज पर ही ओल्ड एज होम का संचालन करेगी। सिक्योरिटी व‌र्क्स के कर्मचारी जिशान ने इस मामले में सवाल उठाया था। उनका कहना था कि बच्चे बड़े होने के बाद दूसरे शहरों में पढ़ने चले जाते हैं और शादी कर वहीं बस जाते हैं। जमशेदपुर ऐसा शहर है जहां से कर्मचारी सेवानिवृत्त के बाद जाना नहीं चाहता। उन्हें यहीं मेडिकल सुविधा का लाभ मिलता रहता है, लेकिन परिवार का कोई साथ नहीं रहने के कारण उनके जीवनयापन में परेशानी होती है। इसलिए कंपनी प्रबंधन वेलफेयर के तहत इस दिशा में पहल करे। इस पर यूनियन महासचिव सतीश ने कहा कि यूनियन पहले ही इस दिशा में पहल कर चुकी है और वे एक प्रस्ताव बनाकर बनाकर वाइस प्रेसिडेंट (एचआरएम) को दे चुकी है। कंपनी प्रबंधन इस दिशा में सहयोग करें तो यूनियन ओल्ड एज होम चलाने में पहल कर सकती है।

घूस लेने-देने वालों की खैर नहीं

एथिक्स कॉज के तहत वाइस प्रेसिडेंट (स्टील मैन्यूफैक्च¨रग) सुधांशु पाठक ने एथिक्स कॉज के तहत किसी भी काम को कराने के लिए घूस लेने या देने, किसी सेवा, कमीशन या किसी अन्य सुविधा की मांग करने वाले कंपनी के कोड ऑफ कंडक्ट के दायरे में आएंगे। वहीं, एमडी टीवी नरेंद्रन ने कहा कि टाटा स्टील 110 वर्ष पुरानी कंपनी है। वैश्विक कंपनी अपनी नैतिकता के कारण आज इस मुकाम पर है और किसी भी स्तर के अधिकारी या कर्मचारी को कंपनी की छवि धूमिल करने नहीं देंगे। यदि कोई मामला आता है उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।