-जेके कैंसर इंस्टीट्यूट के अपग्रेडेशन के लिए 50 करोड़ का फंड देगा टाटा गु्रप, इंस्टीट्यूट की टीम ने किया हॉस्पिटल का इंस्पेक्शन

-ट्रीटमेंट को लेकर भी टाटा मेमोरियल कैंसर इंस्टीट्यूट के साथ साइन होगा एमओयू, कैंसर पेशेंट्स को शहर में मिलेगा बेहतर ट्रीटमेंट

KANPUR: कैंसर पेशेंट्स के लिए बड़ी राहत वाली खबर है। यूपी के सबसे पुराने कैंसर इंस्टीट्यूट में शुमार जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज का जेके कैंसर इंस्टीट्यूट को अपग्रेड कर मॉर्डन फैसिलिटीज से लैस किया जाएगा। इसके लिए टाटा संस न सिर्फ फाइनेंशियली मदद करेगा, बल्कि देश के नंबर वन कैंसर हॉस्पिटल टाटा मेमोरियल कैंसर हास्पिटल, मुंबई से ट्रीटमेंट में भी सहयोग मिलेगा। जेके कैंसर इंस्टीट्यूट के लिए टाटा संस की ओर से 50 करोड़ रुपए की मदद की अभी पुष्टि हुई है। इसके साथ ही जेके कैंसर इंस्टीट्यूट और टाटा मेमोरियल कैंसर हॉस्पिटल के बीच ट्रीटमेंट कोऑर्डिनेशन को लेकर एमओयू साइन किया जाएगा। जिससे कैंसर पेशेंट्स को बेहतर ट्रीटमेंट कानपुर में ही मिल सकेगा।

अपग्रेड होगा कैंसर इंस्टीट्यूट

टाटा संस आईआईटी कानपुर में मेडिकल इंस्टीट्यूट बनाने के लिए पूरा फंड मुहैया कराने को तैयार है। वहीं अपने सीएसआर फंड से ही जेके कैंसर इंस्टीट्यूट की भी मदद करेगा। मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ.आरती लालचंदानी ने बताया कि टाटा संस की ओर से 50 करोड़ रुपए की मदद की पेशकश की गई है। इससे हॉस्पिटल का अपग्रेडेशन किया जाएगा। इसके लिए नए ब्लॉक का निर्माण होगा या फिर कैंसर ट्रीटमेंट के लिए नई मशीनें खरीदी जाएंगी। यह अभी साफ नहीं है। मालूम हो कि जेके कैंसर इंस्टीट्यूट की बिल्डिंग अपनी तय उम्र पूरी कर चुकी है।

नाम पर पर विवाद

दरअसल जेके कैंसर इंस्टीटयूट की जमीन और उसके निर्माण में जेके गु्रप की अहम भूमिका है। यह यूपी का सबसे पुराना कैंसर हॉस्पिटल है। हांलाकि इंस्टीट्यूट का संचालन यूपी गवर्नमेंट का मेडिकल एजुकेशन विभाग करता है। वहीं एक दूसरे कॉरपोरेट गु्रप की ओर से मिलने वाली मदद में उसे भी नाम देना होगा। ऐसे में यह कैसे किया जाएगा। इस पर माथापच्ची होना तय है।

टीम कर चुकी इंस्पेक्शन

जेके कैंसर इंस्टीटयूट के डायरेक्टर डॉ.एमपी मिश्र ने बताया कि टाटा मेमोरियल कैंसर हॉस्पिटल की एक टीम कुछ समय पहले आई थी। टीम ने इंस्टीट्यूट में कैंसर पेशेंट्स से जुड़े डाटा की जानकारी लेने के साथ ही यहां के इंफ्रास्ट्रक्चर, ट्रीटमेंट और बजट को लेकर जानकारी हासिल की थी। संभावना है कि टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल के साथ ट्रीटमेंट को लेकर कोलेबरेशन हो या फिर इसे टाटा मेमोरियल के एक सेटेलाइट सेंटर के तौर पर विकसित किया जाए।

जेके कैंसर इंस्टीटयूट एक नजर में-

- 1961 में हुआ इंस्टीटयूट का निर्माण, यूपी का पहला गवर्नमेंट कैंसर इंस्टीटयूट

- 106 बेड की इंस्टीटयूट में पेशेंट्स भर्ती करने की वर्तमान क्षमता

- 10 हजार नए कैंसर पेशेंट्स का ट्रीटमेंट हर साल करता है इंस्टीट्यूट

- 50 करोड़ रुपए अपग्रेडेशन के लिए देन की पहल की है टाटा संस ने

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वर्जन-

टाटा संस की ओर से सीएसआर के जरिए जेके कैंसर इंस्टीटयूट को 50 करोड़ रुपए की मदद मिलेगी। जिससे कैंसर पेशेंट्स के लिए नई फैसेलिटीज शुरू की जाएंगी।

- डॉ.आरती लालचंदानी, प्रिंसिपल,जीएसवीएम मेडिकल कालेज