सेंट्रल लैब को रिनोवेट कर बनाया जाएगा यह सेंटर

-जांच की सारी आधुनिक सुविधाएं होगी अवलेबल

RANCHI : रिम्स में लोगों को जल्द ही स्पेशियलिटी टीबी सेंटर की सुविधा मिलेगी। इसके लिए प्रपोजल तैयार कर लिया गया है। साथ ही इसके बनाने की कवायद शुरू हो गई है। इसके लिए प्रबंधन की ओर से काम शुरू भी कर दिया गया। हॉस्पिटल स्थित सेंट्रल लैब को रिनोवेट कर टीबी सेंटर बनाने का काम दो-तीन महीने में शुरू हो जाएगा। साथ ही सेंट्रल लैब को हटाकर हाईटेक लैब भी बनाने की तैयारी की जा रही है।

टेस्ट के लिए नहीं होगा भटकना

सेंट्रल लैब को हटाकर दूसरे जगह शिफ्ट करने की तैयारी चल रही है। नया लैब पूरी तरह हाइटेक होगा। जहां टेस्ट के लिए लोगों को भटकना नहीं पड़ेगा। अभी लोगों को कलेक्शन और टेस्ट के लिए चक्कर लगाना होता है।

टीबी सेंटर बनने से ये फायदा

रिम्स में टीबी सेंटर बन जाने से लोगों को टेस्ट के लिए कहीं बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। साथ ही इस बीमारी के इलाज के लिए हॉस्पिटल में ही सारी सुविधाएं अवेलेवल होगी। इसके अलावा मरीजों को दवा के लिए भी नहीं भटकना पड़ेगा।

वर्जन

सेंट्रल लैब को रिनोवेट कर टीबी सेंटर बनाने का प्रपोजल तैयार किया गया है। दो-तीन महीनों में इसका काम शुरू कर दिया जाएगा। इसके बाद लोगों को इलाज के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। इसके अलावा हाइटेक लैब भी बनाने का काम शुरू हो जाएगा। जिससे लोगों को टेस्ट के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा।

डॉ। एसके चौधरी, डायरेक्टर, रिम्स

हेडिंग सेंट्रल लैब से टपक रहा है पानी

राज्य के सबसे बड़े हॉस्पिटल रिम्स के सेंट्रल लैब की हालत खराब हो चुकी है। अब तो लैब की छत से पानी भी टपकने लगा है। इसके अलावा लैब के फर्श पर पानी जमा हो जा रहा है। ऐसे में यहां ब्लड टेस्ट के दौरान इंफेक्शन का खतरा भी बढ़ गया है। वहीं लैब में ब्लड सैंपल देने आने वाले पेशेंट्स को भी इस परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। क्योंकि लैब की छत के अलावा चौखट से भी पानी टपक रहा है। जो टेक्निशियन के लिए भी परेशानी की वजह बना हुआ है। इस संबंध में जब डायरेक्टर डॉ। एसके चौधरी से पूछा गया तो उन्होंने लैब के रिनोवेशन की बात कहीं।