- पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद एसएसपी ने मीडिया को दी जानकारी

- प्रेमी को हिरासत में लेकर पुलिस कर रही पूछताछ, कई नोट्स बरामद

- चार साल से था संबंध, परिवार में कुछ लोगों को भी जानकारी

तेलियाबाग के रंगिया महाल इलाके की रहने वाली शिक्षिका प्रीति प्रजापति की मौत की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक प्रीति की मौत डूबने से हुई थी। वह अपने प्रेमी रोहित की सगाई होने से आहत थी। 11 दिसंबर को घर से गायब होने से पहले प्रीति ने अपने प्रेमी से मुलाकात भी की थी।

चौबेपुर क्षेत्र के ढकवां गांव के सामने गंगा किनारे प्रीती प्रजापति की लाश बीते शुक्रवार को उतराई मिली थी। शनिवार को परिजनों ने उसकी शिनाख्त की थी। पोस्टमार्टम के बाद जब लाश घर पहुंची तो आस-पास के लोगों ने हंगामा खड़ा कर दिया। लाश को सड़क पर रखकर चक्का जाम कर दिया। पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए गए। मौके पर एसएसपी को आना पड़ा। दोषियों पर कार्रवाई को लेकर एसएसपी के आश्वासन पर परिजन शांत हुए और प्रीति का अंतिम संस्कार किया।

कॉल डिटेल से खुला राज

दुष्कर्म के बाद हत्या के आरोप को लेकर एसएसपी ने खुद कमान संभाली। रविवार को पुलिस लाइन में मीडिया से बातचीत में एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने पूरे घटनाक्रम को सिलसिलेवार बताया। बताया कि 11 दिसंबर की सीसी फुटेज में प्रीति पहले सिगरा इलाके में एक लड़की और एक लड़के के साथ दोपहर में दिखी। पुलिस ने प्रीति के मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल्स निकलवाई। छह दिसंबर की रात प्रीति ने एक मोबाइल नंबर पर लगभग चार घंटे तक बात की थी। लापता होने वाले दिन 11 दिसंबर को भी उस नंबर पर बात हुई थी। पुलिस को शक हुआ और मोबाइल नंबर के आधार पर रोहित को पकड़ा। रोहित चौक के छत्तातले इलाके में रहता है और बुलानाला में उसकी स्टेशनरी की दुकान है। पुलिस हिरासत में रोहित ने पूछताछ में बताया कि कालेज में दोनों ने साथ पढ़ाई की थी। सात साल की दोस्ती थी। बीते चार सालों से दोनों में प्रेम संबंध था। सात दिसंबर को रोहित की सगाई दूसरी लड़की से हो गई। रोहित की सगाई से आहत प्रीति ने उसका मोबाइल नंबर ब्लाक कर दिया लेकिन वाट्सएप पर बात होती रही। बाद में प्रीति ने फिर नंबर अनब्लाक कर दिया। 11 दिसंबर को दोनों ने मिलने का समय तय किया। लहुराबीर स्थित एक स्कूल के पास दोनों की मुलाकात हुई। वहां से दोनों संस्कृत महाविद्यालय तक साथ आए। वहां से रोहित अपने घर चला गया और प्रीति अपने। आशंका है कि वहां से प्रीति राजघाट के लिए निकली और वहां उसने पुल से गंगा में छलांग लगा दी। नदी में सिर के बल कूदने से उसके गले में चोट आई और फेफड़े में पानी चले जाने से उसकी मौत हो गई। पीएम रिपोर्ट में भी दुष्कर्म की पुष्टि नहीं थी।

जिंदा लाश बनकर रह गई हूं

पुलिस को रोहित के मोबाइल से प्रीति की कई तस्वीरें और मैसेज मिले। प्रीति की डायरी में भी रोहित को लेकर तमाम शायरी लिखी थी। प्रीति का अंतिम मैसेज रोहित को 'मैं जिंदा लाश बनकर रह गई हूं' था।

महिलाओं को थी प्रेम संबंध की जानकारी

रोहित से प्रेम संबंध को लेकर सारी जानकारी पुष्ट करने के बाद पुलिस प्रीति प्रजापति के परिजनों से मिली। पूछताछ में पता चला कि रोहित और प्रीति के बीच के संबंध की जानकारी घर की महिलाओं को थी। खास अवसरों पर प्रीति को रोहित से जो भी उपहार मिले थे उसकी जानकारी घर की महिलाओं को थी। प्रीति के गायब होने के बाद उन लोगों ने रोहित से भी इसके बारे में पूछा था। प्रीति के पिता को हकीकत नहीं मालूम थी, महिलाओं से पूछताछ के दौरान पिता को इसकी जानकारी हुई। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि परिजनों को बरगलाकर तेलियाबाग क्षेत्र में युवती की लाश सड़क पर रखकर चक्काजाम, दुष्कर्म की अफवाह फैलाकर माहौल खराब करने की कोशिश करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी।

लापरवाही पर एसआई सस्पेंड

चेतगंज थाने पर तैनात दारोगा राजू कुमार राय को एसएसपी ने निलंबित कर दिया है। एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि प्रीति के लापता होने की सूचना लेकर उसके पिता प्रेमनाथ प्रजापति ने दारोगा से मिले थे। राजू उस समय तेलियाबाग चौकी का प्रभार देख रहे थे। पिता की तहरीर पर उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। हालांकि इस मामले में सिगरा पुलिस ने अच्छा काम किया। सिगरा पुलिस ने प्रीति की गुमशुदगी भी दर्ज की और अपने स्तर से जांच पड़ताल भी की थी।