- हर शिक्षक को कम से कम सौ सवालों का बना होगा बैंक

- परीक्षा विभाग अपने स्तर से इन क्वेश्चन बैंक से तैयार करेगा प्रश्नपत्र

LUCKNOW : लखनऊ यूनिवर्सिटी ने परीक्षा सुधार की तरफ एक और बड़ा कदम उठाया है। कुछ दिन पहले हुई परीक्षा समिति की बैठक में तय किया गया कि अब किसी भी विषय का प्रश्नपत्र किसी सब्जेक्ट एक्सपर्ट से नहीं बनवाया जाएगा। इसकी जगह शिक्षकों को अपने-अपने विषय के प्रश्नपत्रों के लिए क्वेश्चन बैंक तैयार करना होगा। इन्हीं क्वेश्चन बैंक से होने वाली सेमेस्टर परीक्षाओं के लिए प्रश्नपत्र तैयार किया जाएगा। एलयू ने यह कदम लॉ पेपर लीक के मामले के बाद उठाया है।

प्रोफेसर पर लगते हैं क्वेश्चन बताने के आरोप

एलयू में कुछ माह पहले लॉ थर्ड ईयर के थर्ड सेमेस्टर के पेपर के प्रमुख सवाल बताने का ऑडियो वायरल हुआ था। इसको लेकर काफी हंगामा भी हुआ था। इसी के बाद एलयू प्रशासन ने नए सेशन से सेमेस्टर परीक्षाओं के प्रश्नपत्र तैयार करने की प्रक्रिया को बदलने का निर्णय लिया। ऐसे में अब किसी को नहीं पता चल सकेगा कि क्वेचश्न पेपर किसने बनाया है। दरअसल, अभी तक पेपर कौन बना रहा है, इसकी जानकारी आसानी से जुटाई जा सकती है। इसी का फायदा उठा कर प्रोफेसर पर पेपर बताने का दबाव बनाया जाता था।

सौ सवालों का बैंक बनाकर देना होगा

एलयू में अब सभी शिक्षकों को अपने-अपने विषयों के प्रश्नपत्र बनाने के स्थान पर अब कम से कम सौ-सौ सवाल या फिर उसे अधिक सवालों का एक बैंक तैयार कर परीक्षा विभाग को जमा करना होगा। परीक्षा विभाग विषय वार सभी शिक्षकों के क्वेश्चन बैंक से सवालों को उठाकर उनका सेट तैयार करेगा। अभी तक एक विषय का पेपर तैयार करने के लिए हर विभाग के एचओडी की ओर से एक कमेटी बनाकर उसे परीक्षा विभाग से संस्तुति लेनी होती है। परीक्षा विभाग से संस्तुति मिलने के बाद कमेटी में शामिल शिक्षक अपना-अपना प्रश्नपत्र बनाकर परीक्षा विभाग को भेज देते है। परीक्षा विभाग फिर इन प्रश्नपत्रों को सेट में तैयार कराता है। इसके बाद परीक्षा के दिन यह तय किया जाता है कि कौन से सेट से परीक्षा कराई जाए।

अब साफ्टवेयर बनाएगा प्रश्नपत्र

परीक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि प्रश्नपत्र तैयार करने के लिए एक साफ्टवेयर की मदद ली जाएगी। यह साफ्टवेयर क्वेश्चन बैंक के सवालों को तय मा‌र्क्स के अनुसार सेट करेगा। साफ्टवेयर एक या उससे अधिक पेपर का सेट तैयार करेगा।

कोट

एक्सपर्ट से प्रश्नपत्र तैयार करने की प्रक्रिया समाप्त कर दी गई है। अब क्वेश्चन बैंक तैयार कराया जाएगा। उसी से प्रश्नपत्र अब परीक्षा विभाग तैयार करेगा।

एके मिश्रा, परीक्षा नियंत्रक