-काशी विद्यापीठ ने डाटा बेस बनाने के लिए कॉलेजेज से मांगा टीचर्स का ब्यौरा

-दस नवंबर तक उपलब्ध न कराने पर मान्यता समाप्त करने की दी वार्निग

VARANASI

काशी विद्यापीठ ने संबद्ध कालेजों से टीचर्स का विवरण ऑनलाइन करने का निर्णय लिया है। इसके लिए संबद्ध कालेजों से दस नवंबर तक टीचर्स का विवरण मांगा है। तय समय में शिक्षकों का विवरण उपलब्ध न कराने पर विश्वविद्यालय ने संबंधित महाविद्यालय की मान्यता समाप्त करने की चेतावनी दी है।

दो कॉलेज में पढ़ाने का है मामला

दरअसल शासन के संज्ञान में यह आया है कि कुछ शिक्षक दो या दो से अधिक कॉलेज में पढ़ा रहे हैं। यही नहीं अनुमोदन किसी और में पढ़ा रहे किसी और महाविद्यालय में। इसे रोकने के लिए शासन के निर्देश पर विद्यापीठ ने महाविद्यालयों में नियुक्त, अनुमोदित व संविदा पर कार्यरत शिक्षकों का केंद्रीय डाटा बेस बनाने का निर्णय लिया है। इस संबंध में रजिस्ट्रार डॉ। एसएल मौर्य ने संबद्ध कालेजों से निर्धारित प्रोफार्मा पर शिक्षकों का विवरण उपलब्ध कराने को कहा है। इसमें प्रिंसिपल, विभागाध्यक्ष, शिक्षक का नाम, पिता का नाम, जन्म तिथि, अध्यापन विषय, अनुमोदन का पत्रांक संख्या, संविदा समाप्ति की तिथि, मोबाइल नंबर, बैक खाता नंबर, ईपीएफ खाता संख्या, पैन कार्ड नंबर सहित अन्य विवरण देना है।