यूपी बोर्ड की कापियों की चेकिंग है इस बार टॅफ टास्क

क्रास चेकिंग की व्यवस्था से शिक्षकों पर बढ़ा प्रेशर, पहले दिन रफ्तार सुस्त

ALLAHABAD: यूपी के माध्यमिक शिक्षकों की सबसे बड़ी परीक्षा का आगाज गुरुवार को हो गया। बोर्ड परीक्षा की कापियों के मूल्यांकन में इस बार क्रास चेकिंग के साथ मॉनिटरिंग व्यवस्था लागू होने से प्रत्येक शिक्षक रडार पर होगा। इससे शिक्षकों पर प्रेशर बढ़ गया है। इस बार की बोर्ड परीक्षाओं में कुल चार करोड़ 60 लाख उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन का कार्य किया जाना है। इसके लिए प्रदेश भर में बनाए गए मूल्यांकन केन्द्रों में कुल एक लाख 37 हजार परीक्षकों को तैनात किया गया है। जिससे 15 दिनों के अंदर प्रदेश के सभी जिलों में उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन का कार्य पूरा किया जा सके। जिससे निर्धारित समय के अंदर बोर्ड का रिजल्ट जारी किया जा सके। पहले दिन मूल्यांकन कार्य की रफ्तार काफी धीमी रही।

जिले में 5,842 परीक्षक तैनात

जिले में बोर्ड परीक्षा की उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य के लिए आठ केन्द्र बनाए गए हैं। जहां पर कुल 5 हजार 842 परीक्षकों को मूल्यांकन कार्य करना है। इसके साथ ही मूल्यांकन के आठों केन्द्रों पर कुल 595 डीएचई को तैनात किया गया है। गुरुवार से शुरू हुए मूल्यांकन के दौरान पहले दिन केन्द्रों पर कम परीक्षक और डीएचई पहुंचे। मूल्यांकन कार्य का पहला दिन होने के कारण परीक्षक दोपहर तक केन्द्रों पर पहुंचते रहे। इस दौरान हाय हलो में ही आधा से अधिक समय परीक्षकों का बीता। दोपहर बाद सही प्रकार से मूल्यांकन कार्य की शुरुआत हो सकी। शाम तक आठों मूल्यांकन केन्द्रों पर कुल 8 हजार 213 उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य पूरा किया जा सके। मूल्यांकन कार्यो के इस बार हाईस्कूल की उत्तरपुस्तिकाओं के लिए चार केन्द्र बनाए गए है। इसमें जीजीआईसी, अग्रसेन इंटर कालेज, केसर विद्या पीठ इंटर कालेज और भारत स्काउट गाइड इंटर कालेज शामिल है। जबकि इंटरमीडिएट की उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए बनाए गए केन्द्रों में केपी इंटर कालेज, सीएवी इंटर कालेज, एग्लोबंगाली इंटर कालेज और राजकीय इंटर कालेज शामिल है।

DIOS बदल सकेंगे परीक्षक

मूल्यांकन केन्द्रों पर विषय की उत्तर पुस्तिकाओं के आधार पर परीक्षकों की तैनाती में कई प्रकार की गड़बडि़यां मिली। जिसमें विषय के अनुसार परीक्षक नहीं होने पर टीचर्स ने मूल्यांकन में असमर्थता जताई। इसी मामले को लेकर शिक्षक विधायक सुरेश कुमार त्रिपाठी ने सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद से मुलाकात की और समस्याओं से अवगत कराया। इस संबंध में सचिव ने बताया कि संबंधित जिलों के डीआईओएस को अधिकार दिया गया है कि अगर ऐसी स्थिति किसी केन्द्र पर आती है। तो वहां पर विषय के अनुसार परीक्षक को तैनात करें।

प्रमुख विषय और परीक्षकों की संख्या

हाईस्कूल

विषय परीक्षक की संख्या

हिंदी 15415

इंग्लिश 9609

संस्कृत 3376

मैथमैटिक्स 6940

साइंस 16127

सोसल साइंस 17171

कला 4734

इंटरमीडिएट

विषय परीक्षक संख्या

इंग्लिश 7151

हिंदी 5367

सामान्य हिंदी 3493

हिस्ट्री 3186

सिविक्स 3648

मैथ्स 2936

अर्थशास्त्र 3687

फिजिक्स 3831

कमेस्ट्री 4024

बायलोजी 3043

सामाजिक विज्ञान 4344

फैक्ट फाइल

15 दिनों में पूरा करना होगा उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य

चार करोड़ 60 लाख कापियों का होना है मूल्यांकन

1 लाख 37 हजार परीक्षक मूल्यांकन कार्यो को करेंगे संपादित