- नेचर, एजुकेशन, रोड सेफ्टी और हेल्थ अवेयरनेस करना टीम का मकसद

- दो बार लिम्का और एक बार गिनीज बुक ऑफ रिकॉ‌र्ड्स में दर्ज करा चुकी है नाम

GORAKHPUR: आपदा और हादसा में ना जाने कितने परिवार टूट जाते हैं। धीरे-धीरे इस मंजर को समय के साथ जहां अधिकतर लोग भूल जाते हैं। वहीं कुछ ऐसे भी लोग हैं जो अपना परिवार खोने के बाद अब और घर ना टूटें इस इरादे के साथ काम कर रहे हैं। ऐसे ही ख्0 लोगों की टीम जिसने नेचर को बचाने के लिए विश्व पैदल यात्रा का संकल्प लिया है, एशिया के क्क् देशों की यात्रा कर गुरुवार को गोरखपुर पहुंची। डेंजर्स एडवेंचर्स स्पो‌र्ट्स लॉन्गेस्ट व‌र्ल्ड टूर ग्रुप नाम की इस टीम का मकसद नेचर, एजुकेशन, रोड सेफ्टी, हेल्थ और बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के लिए लोगों को अवेयर करना है। इस मकसद के साथ चली टीम ने क्क् देशों की यात्रा कर तीन लाख 9क् हजार किमी चलकर व‌र्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाया है।

ब् लाख भ्0 हजार किमी चलना लक्ष्य

टीम का लक्ष्य ब् लाख भ्0 हजार किमी पैदल चलना है। जिसमें वे भ्9 हजार किमी पीछे हैं। टीम देशों की यात्रा कर वहां के लोगों से मिलकर उन्हें नेचर को बचाने के लिए अवेयर करती है। साथ ही लोगों को नेचर से दूर होने पर आने वाली प्रॉब्लम्स के बारे में भी बताया जाता है। स्कूल में जाकर बच्चों को हेल्थ और नेचर के प्रति अवेयर करने का काम भी ये टीम करती है।

अवध बिहारी ने की शुरुआत, बढ़ता गया कारवां

एक बाढ़ में अपने पूरे परिवार को खो देने वाले अवध बिहारी लाल ने क्फ् साल की उम्र में अपनी पदयात्रा शुरू की। फ्0 जुलाई क्980 में पैदल यात्रा शुरू करने वाले अवध बिहारी का मकसद केवल यही था कि लोगों को पर्यावरण और विश्वशांति के लिए अवेयर कर सकें। उनके इस जज्बे को देखते हुए कई और युवा उनसे जुड़ते गए। आज अवध बिहारी के साथ क्9 और युवा जुड़ चुके हैं जो अपना सबकुछ त्यागकर अभियान को आगे बढ़ा रहे हैं।

डटकर किया हर मुश्किल का सामना

दैनिक जागरण आई नेक्स्ट से खास बातचीत में टीम लीडर अवध बिहारी लाल, जितेन्द्र प्रताप, महेन्द्र प्रताप और गोविन्द नंद ने यात्रा के एक्सपीरियंस शेयर किए। बताया कि पैदल यात्रा के दौरान कई बार उन्हें लुटेरों का भी सामना करना पड़ा। कई बार तो लोकल एडमिनिस्ट्रेशन के लोग ही इन्हें संदिग्ध समझकर पकड़ चुके हैं। ऐसी कई परेशानियों के बाद भी वे घबराए नहीं और अपनी यात्रा चालू रखी।

सभी हैं अनमैरिड

टीम के सभी युवा समाज हित में अपना जीवन न्योछावर कर रहे हैं। भ्ब् साल के अवध बिहारी के साथ जुड़ी युवाओं की टीम के किसी मेंबर ने शादी नहीं की है। उनका मानना है कि शादी के बंधन में बंधने के बाद वे लक्ष्य से विचलित हो जाएंगे। इसके साथ ही टीम के सभी मेंबर्स ने ऑर्गन डोनेशन के लिए अपना नाम भी रजिस्डर्ट करा दिया है।

इन जगहों की यात्रा

बांग्लादेश, भूटान, तिब्बत, नेपाल, म्यांमार, चाइना, थाइलैंड, अफगानिस्तान, ब्लूचिस्तान, पाकिस्तान और भारत के कई प्रदेशों की पैदल यात्रा टीम कर चुकी है। टीम मेंबर्स को क्फ् भाषाओं की जानकारी भी हैं

स्कूली बच्चों से मिलेगी टीम

डेंजर्स एडवेंचर्स स्पो‌र्ट्स लॉन्गेस्ट व‌र्ल्ड टूर ग्रुप शुक्रवार को शहर के एक स्कूल में बच्चों से मिलेगा। जहां टीम बच्चों को नेचर को बचाने के टिप्स देगी।