- आईआईटी कानपुर में साइबर सिक्योरिटी इन साइबर फिजिकल सिस्टम्स के लिए बनेगा टेक्नोलॉजी इनोवेशन हब

- डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी 120 करोड़ की फंडिंग करेगा, कई नेशनल और इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी से भी पार्टनरशिप

KANPUR: भारत सरकार के डिपार्टमेंट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी की ओर से आईआईटी कानपुर में साइबर फिजिकल सिस्टम्स की सिक्योरिटी के लिए टेक्नोलॉजी इनोवेशन हब बनाने को मंजूरी दे दी है। 120 करोड़ की लागत से बनने वाले इस टेक्नोलॉजी इनोवेशन हब में साइबर सिक्योरिटी से जुड़े रिसर्च एंड डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्स,टेक्नोलॉजी ट्रांसफर और स्टार्टअप के लिए इकोसिस्टम तैयार कर उन पर काम होगा। खास बात यह है कि इस हब में इंडिजिनस साइबर सिक्योरिटी प्रोडक्ट्स व सर्विसेज तैयार करने के लिए 30 स्टार्टअप की मदद ली जाएगी। यह नेशनल टेक्नोलॉजी हब ऑफ साइबर सिक्योरिटी ऑफ साइबर फिजिकल सिस्टम्स के नाम से जाना जाएगा।

फॉरेन यूनिवर्सिटीज के साथ पार्टनरशिप

आईआईटी कानपुर के डायरेक्टर प्रो.अभय करींदकर के मुताबिक इस सेंटर के लिए कई नेशनल व इंटरनेशनल यूनिवर्सिटीज को एकेडमिक पार्टनर बनाया गया है। प्रमुख नेशनल एकेडमिक पार्टनर्स में आईआईटी खड़गपुर की सील्स लैब, आईआईएससी, ट्रिपल आईटी इलाहाबाद, एकेटीयू शामिल हैं। इसके अलावा इनीशियल इंटरनेशनल पार्टनर्स में यूनिवर्सिटी ऑफ कैलीफोर्निया, न्यूयार्क यूनिवर्सिटी, अबूधाबी कैंपस, तेलअवीव यूनिवर्सिटी प्रमुख हैं। आईआईटी कानपुर इसके लिए इंडस्ट्री कोलेबरेशंस भी करेगा। शुरुआती स्तर पर इसमें एलएडंटी टेक्नोलॉजी, टेकमहिंद्रा,हिताची शामिल हैं।

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साइबर सिक्योरिटी का मास्टर सेंटर

इंडिया में साइबर सिक्योरिटी को लेकर उठे चैलेंजेस के बीच आईआईटी कानपुर एक बड़े सेंटर के तौर पर उभर कर आया है। फाइनेंस हो या फिर पुलिसिंग इन दोनों में ही साइबर सिक्योरिटी को लेकर आईआईटी कानपुर की फैकल्टी काफी समय से काम कर रही है और नई टेक्नोलॉजी डेवलप कर रही है। आईआईटी कानपुर का नेशनल स्टॉक एक्सचेंज और कानपुर पुलिस के साथ इस बाबत समझौता भी है,लेकिन अब देश के सभी साइबर फिजिकल सिस्टम्स के लिए बड़ी जिम्मेदारी मिली है।