- बाल संप्रेक्षण गृह में चल रही कोर्ट में जाकर मचाया उत्पात

- सीओ को पीटा, एसओ नौचंदी समेत तीन कर्मचारियों बंधक बनाया

- बिल्डिंग की छत पर चढ़कर पुलिस पर किया पथराव, कांच भी फेंका

- आरएएफ ने आंसू गैस के गोले छोड़कर कराया सभी को मुक्त

मेरठ: सूरजकुंड स्थित बाल संप्रेक्षण गृह में शुक्रवार को बंदी किशोरों ने जमकर उत्पात मचाया। जेल में लगी जुवेलाइन कोर्ट में किशोरों ने कर्मचारियों के साथ मारपीट शुरू कर दी और सभी को बंधक बना लिया। इस बीच मौके पर पहुंचे नौचंदी एसओ को भी बंधक बना लिया गया। कई थानों की पुलिस और अधिकारी मौके पर पहुंचे। लेकिन अंदर घुसने की हिम्मत नहीं जुटा सके। मामले की गंभीरता को देखते हुए आरएएफ को मौके पर बुला लिया गया। जहां उन्होंने अंदर पहुंचकर आंसू गैस के गोले छोडे़ और बल का प्रयोग किशोरों को काबू में किया गया।

क्यों हुआ बवाल

सूरजकुंड स्थित बाल संप्रेक्षण गृह में शुक्रवार दोपहर 2 बजे कोर्ट में कई किशोरों की सुनवाई चल रही थी। कोर्ट के स्टाफ के बीच में ही 20-25 किशोरों ने पहुंचकर सुविधाएं नहीं मिलने को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। गालीगलौज करते हुए कर्मचारियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटना शुरू कर दिया। घटना की जानकारी होते ही सीओ सिविल लाइन, एसओ नौचंदी और एसओ सिविल लाइन पुलिस बल के साथ पहुंचे। लेकिन मामला तब बिगड़ गया। जब किशोरों ने पुलिस कर्मियों के साथ भी मारपीट शुरू कर दी और उन्हें दौड़ा-दौड़ा दिया। इस दौरान किशोरों ने एसओ नौचंदी को बंधक बना लिया।

करीब दो घंटे तक हंगामा

किशोरों ने बाल संप्रेक्षण गृह पर कब्जा जमा कर रखा था। दो घंटे तक किशोरों ने जेल में जमकर उत्पात मचाया। बाल संप्रेक्षण गृह की खिड़कियों को किशोरों ने तोड़ना शुरू कर दिया और कांच के टूटे टुकड़े नीचे खडे़ पुलिस कर्मियों पर फेंकने शुरू कर दिए।

बुलाई गई आरएएफ

इस बीच एसएसपी ओंकार सिंह और एसपी सिटी ओमप्रकाश सिंह किशोरों को शांत करके बातचीत करने का प्रयास किया, लेकिन किशोरों ने खिड़कियों पर खडे़ होकर पुलिस अधिकारियों और पुलिस कर्मियों से जमकर गालीगलौच की। स्थिति को हाथों से बाहर जाता देख, शाम चार बजे मौके पर आरएएफ को बुलाया गया। आरएएफ ने बंधक बनाए गए एसओ नौचंदी और तीन अन्य कर्मचारियों को मुक्त करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और किशोरों पर बल का प्रयोग किया, जिसके बाद सभी को सकुशल बाहर निकाल लिया गया।

किशोरों ने कोर्ट की सुनवाई के दौरान कर्मचारियों पर हमला बोल दिया था। किशोर यहां पर मिल रही सुविधाओं से खिन्न थे। जब बातचीत के लिए किशोर तैयार नहीं हुए, तब आरएएफ को बुलाकर बंधक बने कर्मचारियों को मुक्त कराया गया।

- ओंकार सिंह, एसएसपी

संप्रेक्षण गृह में किशोरों ने पुलिस के साथ मारपीट की। आरएएफ को बुलाकर किशोरों को काबू में किया गया। किशोर उग्र क्यों हुए, इसकी जांच सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपी गई है।

-दीपचंद, सीडीओ

एसओ को किया बाथरूम में बंद

अराजक हो गए किशोरों ने दस्तावेज फाड़ डाले, कंप्यूटर तोड़ दिए गए। सुधार गृह पूरी तरह से तहस नहस कर दिया गया। एसओ नौचंदी विनोद कुमार को बाथरूम में बंद कर लिया। साथ ही कोर्ट की सदस्य शोभा सक्सेना, कोर्ट मोहर्रिर वाजिद, पेशकार आशा तोमर, विधि सदस्य पर्यवेक्षक रति सागर को भी बंधक बना लिया। इन लोगों ने किशोरों के आगे हाथ जोड़े तो इन्हें छोड़ा गया। इसके बाद किशोरों ने तीसरी मंजिल से बाहर खड़ी पुलिस पर पथराव करते हुए कांच फेंका।