- रेल मंत्री पियूष गोयल ने सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को दी सैद्धांतिक मंजूरी

- पाथ-वे मिलते ही दिल्ली-हरिद्वार-देहरादून के लिए दौड़ेगी तेजस ट्रेन

DEHRADUN: दिल्ली प्रवास के दौरान सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत की रेल मंत्री पीयूष गोयल से मुलाकात काफी मायने में महत्वपूर्ण मानी जा रही है। रेल मंत्री से सीएम को भरोसा दिया है कि ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक के रेलवे प्रोजेक्ट में बजट की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी। कुंभ 2021 के लिए भी प्रयागराज की तर्ज पर ट्रेनों की भरपूर सुविधाएं दी जाएंगी। रेल मंत्री ने सीएम को दून रेलवे स्टेशन के अपग्रेडेशन के साथ ही ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल प्रोजेक्ट में जमीन पूरी तरह रेलवे को ट्रांसफर होने को लेकर बधाई दी।

ढाई वर्ष में श्रीनगर गढ़वाल तक पहुंच जाएगी ट्रेन

फ्राइडे को सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दिल्ली में रेल मंत्री पियूष गोयल से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच उत्तराखंड में रेलवे प्रोजेक्ट्स व कुंभ 2021 में रेलवे सुविधाओं को लेकर मंथन हुआ। मीडिया से बातचीत में रेल मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि उत्तराखण्ड की रेल परियोजनाओं के लिए बजट की कमी नहीं होने दी जाएगी। सीएम के आग्रह पर नई दिल्ली-हरिद्वार-दून के लिए मॉडर्न फैसिलिटीज से युक्त तेजस ट्रेन को सैद्धांतिक स्वीकृति दी गई है। पियूष गोयल ने बताया कि पाथ-वे उपलब्ध होते ही इसे शुरू कर दिया जाएगा। कहा, उत्तराखण्ड में ऋषिकेश-कर्णप्रयागरेल प्रोजेक्ट पर काम दिखने लगा है। उन्होंने इसके लिए सीएम व उनकी टीम की प्रशंसा भी की। कहा कि पूरा प्रयास रहेगा कि अगले ढाई वर्ष में श्रीनगर गढ़वाल तक ट्रेन पहुंचा दी जाए। प्रोजेक्ट में इनोवेटिव काम किया जाएगा।

नवंबर तक दून रेलवे स्टेशन दिखेगा मॉडर्न

रेल मंत्री ने कहा कि वर्ष 2021 में हरिद्वार में होने वाले कुम्भ मेले के लिए रेलवे प्रयागराज महाकुंभ की तर्ज पर पूरी सुविधाएं प्रदान करेगा। देहरादून, हरिद्वार स्टेशनों की सुरक्षा और यात्रियों की सुविधा सुनिश्चित की जाएगी। दून रेलवे स्टेशन का मॉडर्नाइजेशन इस वर्ष नवम्बर तक कर दिया जाएगा। जल्द ही रेलवे के उच्च अधिकारियों के दल को उत्तराखण्ड भेजा जाएगा। सीएम ने रेल मंत्री का आभार जताया।

सीएम ने प्रोजेक्ट की दी जानकारी

इससे पहले बैठक में सीएम ने ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल प्रोजेक्ट की वर्तमान प्रगति से केन्द्रीय मंत्री को अवगत कराया। कहा, 126 किमी लंबी ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन के तहत फॉरेस्ट लैंड को नॉन फॉरेस्ट लैंड में चेंज करने की परमिशन मिल गई है। कहा, 167 हेक्टेयर प्राइवेट रेवेन्यू लैंड का अधिग्रहण कर लिया गया है। प्रोजेक्ट के लिए जियो टेक्निकल इन्वेस्टीगेशन भी पूर्ण हो गयी है। इसके तहत एक आरयूबी (रोड अंडर ब्रिज) व एक आरओबी (रोड ओवर ब्रिज) को तैयार कर लिया गया है। जिन्हें रेगुलर ट्रैफिक के लिए खोल दिया गया है। सीएम ने रेल मंत्री से कहा कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद इस क्षेत्र में रेल यातायात में वृद्धि होना स्वाभाविक है। इसे देखते हुए हरिद्वार-रायवाला अथवा हरिद्वार-देहरादून के बीच रेल लाइन का दोहरीकरण किया जाना चाहिए। कहा, देहरादून व योग नगरी ऋषिकेश स्टेशन के बीच सीधी रेल सेवा उपलब्ध कराने के लिए लक्सर की भांति रायवाला स्टेशन से पहले डायवर्जन लाइन का निर्माण किये जाने की भी जरूरत है।