कुछ ऐसी है जानकारी
इस पूरे मामले पर दूरसंचार कंपनियों का कहना है कि अगर उन्हें नेट पर आधारित सेवाओं के साथ समान स्तर का मौका नहीं दिया जाएगा, तो उनका कारोबार किसी भी तरह से व्यावहारिक नहीं रह जाएगा. वहीं दूसरी ओर शुक्रवार को ऑपरेटरों की संस्था ने यह बात कही कि इस हालत में कंपनियों को इंटरनेट डाटा की कीमतों को 6 गुना तक बढ़ाना पड़ सकता है.

युवाओं ने किया प्रदर्शन
उधर, दूसरी ओर इंटरनेट की बढ़ी हुई कीमतों और नेट न्यूट्रैलिटी के समर्थन में चेन्नई, बंगलुरु में बड़ी संख्या में युवाओं ने प्रदर्शन किया. इस दौरान मोबाइल कंपनियों ने भी इंटरनेट निष्पक्षता का समर्थन किया है. वहीं दूरसंचार विभाग की ओर से इस मसले पर 27 अप्रैल को एक अहम बैठक बुलाई गई है. इस बैठक में अब आगे इंटरनेट पैक की कीमतों पर विचार किया जाएगा.

कंपनियों ने किया कुछ ऐसा ऐलान
इस पूरे मामले पर कंपनियों ने इस बात का ऐलान किया है कि वे इंटरनेट की सेवाओं का विस्तार उन लोगों तक करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिनकी पहुंच अभी इं टरनेट तक हो ही नहीं सकी है. ऐसे एक अरब लोगों तक इंटरनेट को पहुंचाने के लिए उन्होंने एक मंच 'सबका इंटरनेट, सबका विकास' की शुरुआत की है. इस प्लान को सार्थक करने के लिए इंटरनेट की सेवाओं का विस्तार करने के लिए निवेश को हर तरह से बढ़ाने की बात कही गई है.

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