-खाजेकलां क्षेत्र में कार्रवाई, दो करोड़ का पटाखा जब्त

PATNA: दीपावली से पहले ही प्रशासन ने पटाखा दुकानों पर शिकंजा कस दिया। तेज आवाज तथा जहरीला धुआं वातावरण में फैलने से उत्पन्न होने वाले खतरे को नियंत्रित करने के लिए जिला प्रशासन के निर्देश पर शुक्रवार को खाजेकलां थाना क्षेत्र में बड़े पैमाने पर कार्रवाई की गई। एसडीओ राजेश रौशन एवं एएसपी मनीष कुमार की मौजूदगी में पूरी टीम ने पटाखा की आठ बड़ी दुकानों पर छापेमारी की। यहां से दो करोड़ रुपये का पटाखा जब्त किया गया। एसडीओ ने बताया कि सात दुकानें सील कर दी गई हैं। एक मकान स्थित बड़ी दुकान से मिले करीब एक करोड़ रुपये के पटाखे को जब्त किया गया है। छापेमारी के दौरान दस लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। पटाखा दुकानदारों एवं गिरफ्तार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।

अन्य पर भी होगी कार्रवाई

एसडीओ राजेश रौशन ने बताया कि केवल एक पटाखा दुकान से जब्त किए गए एक करोड़ रुपये के पटाखे को 40 बड़े बोरे में जमा कर थाना पहुंचाया गया है। सील की गई दुकानों को चलाने के लिए लाइसेंस नहीं था। जब्त किए गए पटाखों में अधिकांश खतरनाक, तेज आवाज एवं अधिक वायु प्रदूषण फैलाने वाले हैं। इन बड़ी दुकानों से जुड़े गोदाम में भी पटाखा का भंडारण होने की सूचना मिल रही है। गोदाम को भी सील करने की कार्रवाई की जाएगी। 2 दंडाधिकारी एवं खाजेकलां थाना की पुलिस मौजूद थी।

खाजेकलां में सर्वाधित दुकानें

अनुमंडल अंतर्गत खाजेकलां थाना क्षेत्र में ही पटाखे की सर्वाधिक दुकानें हैं। छोटी-बड़ी दुकानों में सालों भर पटाखों की बिक्री होती है। घनी आबादी के बीच स्थित पटाखा दुकानों एवं गोदामों की सुरक्षा की समुचित व्यवस्था नहीं होने से हर समय बड़ा हादसा होने का डर बना रहता है। वहीं, दुकानदारों का कहना है कि दीपावली के समय ही परेशान किया जाता है। एसडीओ ने बताया कि खाजेकलां थाना क्षेत्र में पटाखा की लगभग 40 बड़ी और 70 के करीब छोटी दुकानें हैं।

लाइसेंस के लिए एडीएम के यहां दें आवेदन

एसडीओ राजेश रौशन ने बताया कि पटाखा बेचने एवं संग्रह करने के लिए नियमानुसार स्थायी लाइसेंस होना अनिवार्य है। दुकानदार इसके लिए अपर समाहर्ता सामान्य के यहां लाइसेंस के लिए आवेदन दे सकते हैं। दीपावली के मौके पर पटाखा बेचने के लिए छोटे दुकानदार को भी सप्ताह या दस दिन के लिए अस्थायी लाइसेंस लेना होगा।