- बसों के संचालन के लिए कैबिनेट की मिली थी मंजूरी

- कैंसिल हुआ बिजली विभाग का चार्जिग स्टेशन बनाने का टेंडर

<- बसों के संचालन के लिए कैबिनेट की मिली थी मंजूरी

- कैंसिल हुआ बिजली विभाग का चार्जिग स्टेशन बनाने का टेंडर

GORAKHPUR: GORAKHPUR: सिटी में इलेक्ट्रिक बसें दौड़ाने का सपना फिलहाल हकीकत नहीं बन पाएगा। वजह ये कि बिजली विभाग ने चार्जिग स्टेशन के टेंडर से हाथ खींच लिए हैं। महेसरा में जगह कम पड़ने की वजह से मुगलहा में शिफ्ट की गई चार्जिग स्टेशन निर्माण की योजना को लेकर विभाग का कहना है अभी यहां सड़क चौड़ीकरण का काम हो रहा जिसके चलते डाली गई केबिल खराब हो जाएगी। यही वजह है कि ढाई करोड़ रुपए में लाइन बिछाने के लिए पांच दिन पहले खोला गया टेंडर कैंसिल कर दिया गया है। जबकि पिछले दिनों बसों के संचालन के लिए कैबिनेट से मंजूरी मिल चुकी है।

बदली जगह, अटक गया काम

इलेक्ट्रिक बसों के चार्जिग स्टेशन के लिए पहले महेसरा में जमीन की तलाश हुई थी। लेकिन लखनऊ से आए एक्सप‌र्ट्स ने संपर्क मार्ग संकरा होने के कारण इसे खारिज कर दिया जिसके बाद मुगलहा में जमीन की तलाश पूरी हुई है। नगर निगम की मानें तो इस चार्जिग स्टेशन के लिए शेड, प्लेटफार्म, एप्रोच रोड समेत अन्य का निर्माण कराया जाएगा। कंस्ट्रक्शन एवं डिजाइन सर्विसेज की ओर से प्रदेश सरकार ने सवा छह करोड़ का प्रस्ताव भेजा है। साथ ही बिजली विभाग से प्रस्ताव मांगा गया है। बिजली विभाग ने चार्जिग स्टेशन बनाने के लिए पांच दिन पहले टेंडर निकाला था लेकिन इस दौरान किसी फर्म ने टेंडर नहीं भरा। बिजली अधिकारियों का कहना है कि दो दिन बाद चार फर्मो ने टेंडर डाला लेकिन मेडिकल रोड पर सड़क चौड़ीकरण होने की वजह से केबिल बिछाई नहीं जा सकती है इसलिए उन्होंने टेंडर को कैंसिल कर दिया।

सात साल पहले भी मिली थी मंजूरी

सात साल पहले गोरखपुर में सिटी बसें चलाने की योजना बनाई गई थी। पूर्व सरकार ने अक्टूबर ख्0क्ख् में केंद्र सरकार की योजना अर्बन इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट स्कीम फॉर स्मॉल एंड मीडियम टाउंस के अनुसार क्0 लाख कम आबादी वाले शहरों में सिटी बस चलाने की योजना को मंजूरी दी थी। जिसमें गोरखपुर शहर को भी जोड़ा गया था। लेकिन यह योजना सफल नहीं हुई। अब पिछले दिनों कैबिनेट की मंजूरी के बाद कुछ हद तक आसार दिखे लेकिन तेजी से शहर में विकास कार्य होने की वजह से अब चार्जिग स्टेशन बनाने और कनेक्शन देने में दिक्कत आ रही है।

वर्जन

इलेक्ट्रिक बस चार्जिग स्टेशन बनाने और केबिल बिछाने के लिए टेंडर निकाला गया था। चार फर्मो ने टेंडर भरा था लेकिन अब टेंडर कैंसिल कर दिया गया है क्योंकि सड़क चौड़ीकरण का काम चल रहा है। ऐसे में अंडरग्राउंड केबिल नहीं लगाई जा सकती है। निर्णय लिया गया है कि फिलहाल उन्हें टेंम्परोरी कनेक्शन दिया जाएगा। सड़क चौड़ीकरण का काम होने के बाद केबिल डाली जाएगी।

- यूसी वर्मा, एसई शहर