- 10 हजार के आसपास वेतन वाले हलकान

- अभी तक अधिकतम जुर्माना 85 सौ रुपए

GORAKHPUR: शहर में ट्रैफिक चालान ने कम वेतन वालों की नींद उड़ा दी है। गुरुग्राम की तर्ज पर यदि चालान कटा तो तमाम लोगों का एक माह का वेतन जुर्माना भरने में ही चला जाएगा। शहर में अधिकतम 85 सौ रुपए का चालान कटने का दावा ट्रैफिक पुलिस कर रही है। लेकिन यह जुर्माना भी उनकी जेब पर भारी है जिनका वेतन प्रतिमाह 10 हजार रुपए के करीब है। नए चालान के नियम से उन लोगों के सामने महीने का राशन जुटाने में पसीना छूट जाएगा। शनिवार को चालान भरने पहुंचे लोगों ने बताया कि जुर्माने की रकम मिनिमम की जानी चाहिए।

कागज बनाने में फेल हो गया बजट

सभी लोग वाहनों का पेपर दुरुस्त कराने में जुटे हैं। फिटनेस से लेकर डीएल तक तैयार कराने के लिए लाइन लग रही है। वाहनों की चेकिंग के दौरान पुलिस टीम हेलमेट, ड्राइविंग लाइसेंस, इंश्योरेंस और पॉल्युशन का पेपर चेक कर रही है। इन सभी दस्तावेजों के अलावा नंबर प्लेट में गड़बड़ी भी पाई जा रही है। इस चक्कर में तमाम लोगों का बजट फेल हो गया है। बच्चों की स्कूल फीस, किचन का बजट, बिजली का बिल सहित अन्य खर्च के साथ-साथ वाहन के कागजात दुरुस्त कराने के लिए बजट अरेंज करने में जुटे हैं।

कोट

वाहन का चालान काटने में मनमानी की जा रही है। लोगों को जानकारी दिए बिना ही चालान काट दिया जा रहा है। जुर्माना इतना अधिक है कि महीने भर का बजट कम पड़ जा रहा है। कुछ लोगों का चालान पांच हजार से अधिक का हुआ है। ऐसे में वह जुर्माना कैसे भर पाएंगे।

सुधांशु त्रिपाठी, व्हीकल ऑनर

किसी के वाहन का चालान काटने के बजाय किसी अन्य का कट जा रहा है। लोगों के वाहन के नंबर प्लेट ठीक नहीं हैं। इसलिए किसी की जगह किसी अन्य का चालान कट जा रहा। इससे भी बड़ी प्रॉब्लम हो रही है।

मनोज कुमार जायसवाल, व्हीकल ऑनर

तमाम ऐसे लोग हैं जिन्होंने वाहन का इंश्योरेंस नहीं कराया है। जबकि वह लोग पॉल्युशन का पेपर भी नहीं बनवाते थे। ऐसे जुर्माना के डर से हर कोई भागदौड़ में लगा हुआ है। इस महीने गाड़ी का पेपर दुरुस्त कराने के लिए बजट अरेंज किया जा रहा है।

विभूति बर्नवाल, व्हीकल ऑनर