नई दिल्ली (एएनआई)। उत्तराखंड कांग्रेस में बढ़ते तनाव के बीच पार्टी के वरिष्ठ नेता हरीश रावत कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अन्य शीर्ष नेताओं के साथ पार्टी आलाकमान से मुलाकात करने के लिए कल दिल्ली पहुंचेंगे। उनके साथ इस दिल्ली दाैरे पर कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता प्रीतम सिंह, उत्तराखंड कांग्रेस प्रमुख गणेश गोदियाल और पार्टी नेता यशपाल आर्य रावत होंगे। हरीश रावत ने बुधवार को कांग्रेस नेतृत्व पर परोक्ष रूप से हमला करते हुए कहा, जिनके निर्देश पर तैरना है (चुनावी लड़ाई में) उनके नुमाइंदे मेरे हाथ और पैर बांध रहे हैं। हरीश रावत ने बुधवार को अपने ट्वीट के माध्यम से राज्य इकाई में गुटबाजी पर नाराजगी व्यक्त की थी। उत्तराखंड में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में उनके ट्वीट चर्चा में बने हैं।
#चुनाव_रूपी_समुद्र
है न अजीब सी बात, चुनाव रूपी समुद्र को तैरना है, सहयोग के लिए संगठन का ढांचा अधिकांश स्थानों पर सहयोग का हाथ आगे बढ़ाने के बजाय या तो मुंह फेर करके खड़ा हो जा रहा है या नकारात्मक भूमिका निभा रहा है। जिस समुद्र में तैरना है,
1/2 pic.twitter.com/wc4LKVi1oc— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) December 22, 2021
बहुत हो गया, बहुत तैर लिये, अब विश्राम का समय है
हरीश रावत ने ट्वीट कर कहा था कि उनके दिमाग में यह विचार आ रहा है कि यह आराम करने का समय है। उन्होंने कहा था कि है न अजीब सी बात, चुनाव रूपी समुद्र को तैरना है, सहयोग के लिए संगठन का ढांचा अधिकांश स्थानों पर सहयोग का हाथ आगे बढ़ाने के बजाय या तो मुंह फेर करके खड़ा हो जा रहा है या नकारात्मक भूमिका निभा रहा है। जिस समुद्र में तैरना है। सत्ता ने वहां कई मगरमच्छ छोड़ रखे हैं। जिनके आदेश पर तैरना है, उनके नुमाइंदे मेरे हाथ-पांव बांध रहे हैं। मन में बहुत बार विचार आ रहा है कि हरीश रावत अब बहुत हो गया, बहुत तैर लिये, अब विश्राम का समय है। सत्तारूढ़ शासन के कई मगरमच्छ हैं।
भगवान केदारनाथ जी इस स्थिति में मेरा मार्गदर्शन करेंगे
इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि फिर चुपके से मन के एक कोने से आवाज उठ रही है "न दैन्यं न पलायनम्" बड़ी उपापोह की स्थिति में हूं, शायद नया साल रास्ता दिखा दे। मुझे विश्वास है कि भगवान केदारनाथ जी इस स्थिति में मेरा मार्गदर्शन करेंगे। कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य रावत कांग्रेस के प्रमुख संकटमोचक हैं और उन्हें उत्तराखंड में चुनाव के लिए पार्टी के चेहरे के रूप में देखा जाता है। अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस उत्तराखंड में सत्ता में वापसी करने की इच्छुक है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत जाहिर तौर पर राज्य में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश किए जाने के इच्छुक हैं।
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