RANCHI:झारखंड एटीएस अब आतंकियों की लाइफ लाइन काटने की तैयारी कर रही है। एटीएस टीम लगातार गिरफ्तार आतंकियों और संदिग्धों के बैंक खातों को खंगाल रही है। माना जा रहा है कि आतंकियों के बैंक खातों में झारखंड से भी करोड़ों रुपयों का ट्रांजेक्शन किया जाता है। पुलिस गिरफ्त में चढ़े आतंकी कलीमुद्दीन मुजाहिर ने भी एटीएस को कई अहम जानकारियां दी हैं। एटीएस की टीम के द्वारा 21 सितंबर को जमशेदपुर रेलवे स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया है। अलकायदा का संदिग्ध आतंकी कलीमुद्दीन कई जगह सभाएं कर युवकों को हिंसा के लिए उकसाता था।

बंगाल बॉर्डर एरिया के बैंक राडार पर

सूत्रों के अनुसार वर्ष 2016 से लेकर गिरफ्तारी होने तक पश्चिम बंगाल के कोलकाता, आसनसोल सहित कई अन्य जिलों के मदरसों में उसकी सभाएं होती थीं। इन सभाओं में अलकायदा का संदिग्ध आतंकी कलीमुद्दीन युवाओं को हिंसक गतिविधियों के लिए उकसाया करता था। वर्ष 2016 में कलीमुद्दीन के खिलाफ जमशेदपुर में केस दर्ज होने के बाद वह फरार हो गया। फहार होने के बाद उसने बंगाल के आसनसोल स्थित एक मदरसे को अपना ठिकाना बनाया था। साथ ही मुर्शिदाबाद और मालदा में भी जाकर अपनी सभाएं करता था। पुलिस खास तौर से बंगाल बार्डर से जुड़ी बैंक शाखाओं पर नजर बनाए हुए है।

जमशेदपुर के बैंक खातों पर भी नजर

जमशेदपुर में अब भी अलकायदा के कई स्लीपर सेल के मौजूद होने की जानकारी के बाद एटीएस लागातार वहां कैंप कर रही है। स्थानीय पुलिस भी अलर्ट हैं। फरारी के दौरान कलीमुद्दीन के साथ जमशेदपुर के कई युवक संपर्क में थे। एटीएस ने इन स्लीपर सेल की निगरानी शुरू कर दी है। यही नहीं, एटीएस को मौलाना कलीमुद्दीन के बेटे हुजैफा की भी तलाश है। इन सबके बैंक खाते और ट्रांजेक्शन खंगाले जा रहे हैं।

नागालैंड के आतंकियों को भी भेजा गया रुपया

एनएससीएन-आईएम नामक प्रतिबंधित संगठन के कैप्टन नीनखान सांगतम उर्फ अखान सांगतम का रांची के दौ बैंकों में खाता होने का खुलासा हो चुका है। एक बैंक रांची के चर्च रोड में है। जबकि, दूसरा बैंक सर्कुलर रोड में है। नीनखान नागा और दीमापुर, नागालैंड का रहने वाला है। नीनखान के खाते में यह राशि मुकेश सिंह और संतोष सिंह के द्वारा दिया गया था।

बड़े हथियारों की खेप पुहुंची रांची

नागालैंड से एके-47 समेत बड़े पैमाने पर गोली सप्लायी करने के एवज में नीनखान के खातों में रुपये जमा कराए जाते रहे थे। फिलहाल इस पूरे मामले की जांच एनआईए भी कर रही है। स्वीकारोक्ति बयान में नागा आतंकवादी सूरज ने पुलिस के समक्ष खुलासा किया नीनखान सांगतम एके-47 और गोली उपलब्ध कराता है। झारखंड-बिहार में सप्लाई से पूर्व ट्रक व फॉर व्हीलर के जरिए बड़ी खेप पहुंचाई गयी है।

एके-47 की भी सप्लाई

बिहार पुलिस को पूछताछ में आतंकवादी सूरज ने बताया कि अब तक कई बार एके-47 और गोली सप्लाई कर चुका है। सबसे पहले ट्रक से किया था, इसके बाद फॉर व्हीलर से। 4 पीस एके-47 व 10/10 हजार गोली एक-एक बार में सप्लाई किया जाता रहा है। वाहनों में बनाए गए इस यह गुप्त स्थान की भनक सिर्फ सदस्यों को होती है। पुलिस पूरी गाड़ी को भी तलाशने के बाद गुप्त स्थान तक नहीं पहुंच सकती।

वर्जन

आतंकियों, नक्सलियों के खिलाफ पुलिस लगातार ऑपरेशन चला रही है। उन्हें हर तरह से शिकंजे में कसने की तैयारी है।

आशीष बत्रा, आईजी ऑपरेशन