RANCHI: रामनवमी जुलूस के दौरान हजारीबाग में हिंसा, बम की बरामदगी व मरने वालों में बांग्लादेशियों के शामिल होने के बाद झारखंड पुलिस ने मामले की जांच के लिए एनआइए से मदद मांगी है। झारखंड पुलिस को आशंका है कि हजारीबाग कांड के तार आतंकी कनेक्शन से जुड़े हो सकते हैं। पाकुड़ जिले से वर्द्धमान बलास्ट के आरोपी मो। इब्राहिम शेख की गिरफ्तारी के बाद से झारखण्ड आतंकियों का सेफ जोन बनता जा रहा है। झारखण्ड में आतंकी अपना नया ठिकाना तलाश रहे हैं।
ख्00ख् में आतंकी दस्तक
झारखंड में सबसे पहले साल ख्00ख् में आतंक ने दस्तक दी थी। फिर देखते-देखते एक के बाद एक आतंकियों की गिरफ्तारी और आतंकी कनेक्शन ने ये साबित कर दिया कि झारखंड में आतंकियों ने अपना नया साम्राज्य खड़ा कर लिया है। झारखण्ड पुलिस का मानना है कि बांग्लादेश से सटे होने और भौगौलिक स्थिति अनुकूल होने के कारण संथाल की धरती को आतंकी अपना पनाहगाह बना रहे हैं।
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झारखंड में आतंकियों के तार
-साल ख्00ख् में कोलकाता में हुए हमलों के बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने दो आतंकियों को हजारीबाग में मार गिराया।
-साल ख्00म् में जमशेदपुर में कोलकाता से आई टीम ने दो आतंकियों को गिरफ्तार किया।
-साल ख्007 राजस्थान के अजमेर में विस्फोट के तार झारखण्ड से जुडे़ मिले। राजस्थान सीआईडी की टीम ने जामताड़ा से एक आतंकवादी को गिरफ्तार किया।
-साल ख्008 में गुजरात में हुए आतंकी हमलों के आरोपी दानिश को पुलिस ने रांची से गिरफ्तार किया।
-साल ख्0क्क् में मुंबई हमले में दानिश के साथी मंजर के रांची स्थित घर पर एनआइए ने छापेमारी की।
-साल ख्0क्फ् में बोद्धगया व पटना में मोदी की सभा में ब्लास्ट मामले में म् आतंकियो की गिरफ्तारी रांची से हुई।
-वर्द्धमान ब्लास्ट मामले में पाकुड साहेबगंज सहित कई इलाकों से 7 की गिरफ्तारी हो चुकी है।
-जमशेदपुर से हाल ही में अब्दुल सामी समेत दो आतंकियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।