रांची: रहस्यमय हालात में गायब हुए टेरर फंडिंग के गवाह को तलाशने के लिए एनआईए एक्टिव हो गई है। गुजरात के पटेल टिंबर इंडस्ट्रीज के संचालक नवीन भाई जयंती भाई पटेल को खोज निकालने के लिए रांची पुलिस ने एसआईटी का गठन किया है। नक्सली संगठन पीएलएफआई के टेरर फंडिंग मामले में एनआईए को बयान देने के लिए नवीन रांची आ रहे थे। इसी बीच उनके साथ यह घटना हुई।

एसआईटी में कौन-कौन शामिल

रांची के सीनियर एसपी अनीश गुप्ता ने बताया कि नवीन भाई पटेल के परिजनों ने रांची पुलिस से संपर्क किया है। जिसके तुरंत बाद सिटी एसपी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया है, जिसमें सीसीआर डीएसपी, हटिया डीएसपी और साइबर सेल की टीम को शामिल किया गया है। एसएसपी के अनुसार एसआईटी की टीम उन सभी स्थानों पर नवीन को खोज रही है, जहां उनके जाने की संभावनाएं बताई जा रही हैं। इसके साथ ही कई टीमें राजधानी से बाहर भी गई हुई हैं। पुलिस के अनुसार रांची में जिस होटल में नवीन ठहरे थे उसकी भी जांच की गई है। परिवारवालों की तरफ से नवीन के जो टेलीफोन नंबर उपलब्ध कराए गए हैं उनका लोकेशन भी निकाला जा रहा है। रांची पुलिस की अब तक की जांच में नवीन के मोबाइल का आखिरी लोकेशन छतीसगढ़ के जशपुर का आया है।

कौन है नवीन भाई पटेल

नवीन पटेल मूल रूप से गुजरात के वीवी नगर रोड आनंदी के रहने वाले हैं। बीते कुछ सालों से वह दिल्ली में रहकर लाइजनिंग का काम कर रहे थे। एनआईए के समन पर नवीन 27 जुलाई की शाम रांची आए थे। 28 जुलाई को एनआईए ने नवीन का बयान दर्ज किया था। 29 जुलाई की सुबह दस बजे भी नवीन को एनआईए के समक्ष हाजिर होना था। सोमवार शाम नवीन एनआईए कार्यालय से लौटने के बाद हिनू स्थित रिवर व्यू होटल में ठहरे थे, लेकिन रात 8.30 बजे वह यहां से निकल गए। इसके बाद से वह गायब हैं।

साले को किया था मैसेज

मंगलवार की सुबह 5.04 बजे नवीन भाई जयंती भाई पटेल ने अपने साले भगवान भाई पटेल को व्हाट्सएप पर मैसेज किया था, जिसमें उन्होंने जीवन से तंग आकर सुसाइड करने की बात लिखी थी। नवीन ने मैसेज में अपनी पत्‍‌नी व दोनों बच्चों को साथ ले जाने का निवेदन किया था। यह मैसेज मिलने के बाद भगवान भाई ने रांची में पटिदार समाज से जुड़े तुलसी पटेल को पूरे मामले की जानकारी दी। इसी के बाद रांची एसएसपी को पूरे मामले से अवगत कराया गया।

देर शाम मंगवाए थे पैसे

परिजनों के मुताबिक नवीन ने सोमवार की शाम 25 हजार रुपए अपने आईसीआईसीआई बैंक के एकाउंट में मंगवाए थे। जिस अकाउंट में पैसे आए थे उसी से नवीन ने रांची के हिनू के समीप से ही 15 हजार की निकासी भी की है।

मैनेजर से भी की पूछताछ

एनआईए टीम नवीन भाई जयंती पटेल के गायब होने की जानकारी मिलने के बाद होटल रिवर व्यू पहुंची थी। एनआईए ने होटल के मैनेजर से पूछताछ की। मौके से पुलिस ने नवीन के सारे सामान जब्त किए हैं। नवीन रात में सारे सामान छोड़कर होटल से गए थे।

पीएलएफआई से जुड़े हैं तार

नोटबंदी के दौरान पीएलएफआई के 25 लाख रुपए बेड़ो से बरामद किए गए थे। पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप ने 10 नवंबर 2016 को ये पैसे एक पेट्रोल पंप संचालक को भिजवाया था। इस कांड की जांच के दौरानं एनआईए ने निवेशक सुमंत साव, जितेंद्र सिंह को हाल में गिरफ्तार किया था। सुमंत लेवी के पैसों का निवेश शेल कंपनियों और पावर प्लांट लगाने के नाम पर कर रहा था। एनआईए की जांच में यह बात सामने आयी थी कि सुमंत ने लाइजनिंग के लिए नवीन से भी संपर्क साधा था। इस मामले में एनआईए ने पहली बार 29 अप्रैल को नवीन को गवाही देने के लिए रांची बुलाया था। इसके बाद एनआईए उनसे कई बार पूछताछ कर चुकी है। अंदेशा यह भी जताया जा रहा है कि टेरर फंडिंग के मामले में गिरफ्तारी के डर से नवीन गायब हुए हैं।