दैनिक जागरण आई नेक्स्ट द्वारा मेरठ कॉलेज में आयोजित मिलेनियल्स स्पीक में छात्रों में दिखा उत्साह

युवाओं ने आतंकवाद से सुरक्षा एवं रोजगार को ही बताया महत्वपूर्ण मुद्दा

Meerut। हम ऐसी सरकार चुनेंगे जो देश से आतंकवाद को जड़ से खत्म कर दे, यही नहीं पाकिस्तान को भी सबक सिखाने का वक्त अब आ चुका है। मौका था दैनिक जागरण द्वारा आयोजित अब मिलेनियल्स करेंगे राजनी-टी की बात कार्यक्रम का। कार्यक्रम का आयोजन शनिवार को मेरठ कॉलेज में किया गया। जिसमें युवाओं ने कहा कि राम मंदिर बाद में बने इससे पहले आतंकवाद का सफाया करना जरूरी है। तो किसी ने कहा कि अरे भाई दोनों ही काम जरूरी है तुम क्या बात कर रहे हो। भाई जागरुकता भी बहुत जरुरी है, कुछ इसी तरह से आतंकवाद, राम मंदिर और रोजगार के मुद्दे पर चर्चा करते हुए युवाओं ने अपनी-अपनी बातें रखी।

उठा रोजगार का मुद्दा

आंनद प्रकाश सिद्धार्थ ने रोजगार व शिक्षा का मुद्दा उठाते हुए कहा कि 15 लाख युवाओं ने बीटेक पास किया लेकिन उनमें से केवल तीन लाख को ही नौकरी मिल पाई है, इस रोजगार देना कहेंगे क्या, ये कैसा रोजगार है। बात को आगे बढ़ाते हुए शुभम बोला सही बात है भाई युवा तो पढ़-लिखकर योग्य होने के बाद भी बेरोजगार है। यही नहीं कुछ आठवीं पास भी सरकारी नौकरी पर है। पुष्पेंद्र चौधरी बोले आजकल तो बस आपकी सोर्स हो, सेटिंग तो नौकरी अपने आप लग जाती है। बात काटते हुए अरुण बोला ऐसा नहीं है भाई आप भी पढ़ाई कर अच्छे से एग्जाम पास कर सकते हो ट्रांसपेरेंसी चल रही है।

आतंकवाद का हो सफाया

आतंकवाद के मुद्दे पर बोलते हुए पुष्पेंद्र चौधरी ने कहा कि जवानों की सुरक्षा बढ़ाना बेहद जरुरी है। उनके बच्चों व परिवार की सुरक्षा के लिए सरकार को अहम कदम उठाने चाहिए। देश के जवान क्या ऐसे ही बिना युद्ध के मरते रहेंगे और वो भी कब तक। मुझे इस सवाल सही जवाब देने वाली सरकार चाहिए। वरना मेरा वोट किसी को नहीं जाएगा। देश में जवानों की शहादत का बदला न मिला तो मैं किसी भी सरकार को वोट नहीं देने वाला। सचिन चौधरी ने कहा कि देश में सुरक्षा नीति पर काम करने की आवश्यकता है। देश की सीमाओं को पूरी तरह से चाक-चौबंद करना होगा। जिससे देश की सीमा में आतंकवादियों की घुसपैठ पर रोक लगे। साथ ही देश के भीतर अलगाववादियों को लेकर कुछ नए और सख्त कानून बनाने की बेहद जरूरत है।

राम मंदिर भी जल्द बने

कार्यक्रम में दीपक ने कहा कि राम मंदिर बनाने के भी हर सरकार ने कई दावे किए। मगर आज तक किसी सरकार ने मंदिर नहीं बनाया। ऐसा लगता है जैसे किसी सरकार को जनता की भावनाओं और राम मंदिर की कोई परवाह नहीं है। राजनीतिक पार्टियों की इस भावना को ठीस से समझने की जनता को भी जरूरत है। सरकार तो कोर्ट में मामला है, ये बात कहकर पल्ला झाड़ लेती है। दूसरी तरफ कोर्ट में मंदिर मामले पर महीनों-महीनों लंबी तारीख मिल रही हैं। ऐसे समय निकलता जाएगा और देश में सरकार बदल जाएगी। नई सरकार भी मंदिर मुद्दे को लेकर खींचतान करती रहेगी। शुभम ने बात को काटते हुए कहा कि मैं ये मानता हूं कि राम मंदिर मामले पर किसी सरकार ने कोई स्टैंड नहीं लिया। मगर इस बात से इंकार भी नहीं किया जा सकता कि है कि भाजपा के समय में राम मंदिर मामला कोर्ट पहुंचा है और मामले पर सुनवाई के एक बैंच का गठन तक कर दिया गया है।

ये मुद्दे भी रहे चर्चा में

देश में सुरक्षा के लिए राष्ट्रपति शासन लगा देना चाहिए।

आर्मी के हाथ देना चाहिए देश की कमान। देश को अब नेताओं की जरूरत नहीं है।

नेता जो भी हो सच्चा व एजुकेटेड होना चाहिए।

जवानों की बढ़ाई जाए सुरक्षा व सुविधा।

महिलाओं को भी मिलनी चाहिए सुरक्षा।

सरकार को रोजगार के अवसरों को बढ़ावा देना चाहिए।

योग्यता के आधार पर पारदर्शिता से सरकारी नौकरी में चुनाव होना चाहिए।

पत्थरबाजों पर लगे लगाम

युवाओं के मुताबिक अगर पत्थरबाजों पर लगाम लगानी है तो उनको रोजगार देना चाहिए। ताकि वो भी देश के हित में कार्य करने में समर्थन दे सकें। कहीं न कहीं पत्थरबाजों के बढ़ने के पीछे युवाओं को रोजगार न मिलना भी कश्मीर की बड़ी समस्या बताई जा रही है। वहीं कुछ का यह कहना था कि आतंकवाद का सफाया करने के लिए युवाओं को जागरुक करना बहुत जरुरी है, वो जानकारी के अभाव में इस तरह के गलत उठाते हैं। हमारी शिक्षा नीति में ही बदलाव होना चाहिए। हर नेता के लिए एक नियम होना चाहिए उन्हें पहले आर्मी में भर्ती करना जरुरी होना चाहिए, ताकि वो आर्मी का दर्द समझ सकें, उसके बाद ही नेता बनने की अनुमति होनी चाहिए।

कड़क मुद्दा

चर्चा में नेताओं की छवि पर अधिक बात हुई। किसी ने कहा कि युवाओं को देश के प्रति ईमानदार व सच्चा होना चाहिए। हालांकि आज के नेताओं में ऐसा कुछ देखने को नहीं मिलता है। वहीं किसी ने कहा कि ऐसा नेता ही अच्छा नेता बन सकता है जो जमीन से ऊपर उठा है और मेहनत से राजनीति में जिसने मुकाम पाया हो। पढ़ा-लिखा समझदार नेता देश को चाहिए लेकिन उससे भी ज्यादा देश की भावनाओं और संस्कृति को समझने वाला नेता ही देश के लिए जरूरी है।

मेरी बात

नेता जो भी हो सच्चा होना चाहिए, हमें वो नेता चाहिए जो दूसरों के दर्द को समझने वाला हो। दरअसल, जो नेता दूसरों का दर्द समझता है वो ही देश की नब्ज को समझ सकता है। ऐसा नेता ही देश के विकास के लिए महत्वपूर्ण कदम उठा सकता है। ऐसा नेता हर संसाधन और हर प्रयास को देश की तरक्की के लिए मेहनत की भट्टी में झोंक देगा। हमें भारत देश के एक सच्चे सिपाही की तलाश है न कि देश पर राजनीति करने वाले और जुमलेबाजी करने वाले नेता और सरकार की।

सम्राट मलिक

रोजगार शिक्षा के स्तर पर बेहतर काम करने वाली सरकार चाहिए, जो योग्यता के आधार पर बेहतर भर्तियां भी करे।

विश्वजीत सिंह तोमर

मुझे झूठे वादे करने वाली सरकार नहीं चाहिए। देश के धार्मिक स्थलों पर राजनीति करने वाली सरकार नहीं चाहिए।

दीपक पंवार

धारा-370 हटा देनी चाहिए ताकि बाहरी कंपनियां कश्मीर में आए और वहां रोजगार के अवसर बढ़े, तभी पत्थरबाजी पर लगाम लगेगी।

शुभम

देश में सुरक्षा बढ़ानी चाहिए, इसके लिए बेहतर नीति बनाने वाली सरकार की आवश्यकता है, जातिवाद पर राजनीति वाली सरकार नहीं चाहिए।

सचिन चौधरी

बेरोजगारी के मुद्दे पर मैं वोट करुंगा, जो रोजगार देगा, उसी की सरकार चाहिए। देश में सुरक्षा पर काम करने वाली सरकार चाहिए।

पुष्पेंद्र कुमार चीकू

मैं तो उसको वोट करुंगा जो युवाओं के हित में महत्वपूर्ण कार्य करेगा, ताकि युवा ईमानदार बन सके न कि युवा करप्ट बने,

शुभम मलिक