- ओएमआर शीट खाली छोड़ने की संभावना पर बोर्ड ने उठाया कदम

- अंकों के साथ ही शब्दों में ओएमआर शीट पर लिखना होगा कितने प्रश्न हल किए

<- ओएमआर शीट खाली छोड़ने की संभावना पर बोर्ड ने उठाया कदम

- अंकों के साथ ही शब्दों में ओएमआर शीट पर लिखना होगा कितने प्रश्न हल किए

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: टीजीटी व पीजीटी परीक्षाओं में किसी प्रकार की गड़बड़ी ना हो। इसके लिए बोर्ड की ओर से कई कदम उठाये जा रहे हैं। जिससे परीक्षा की विश्वसनीयता पर किसी प्रकार कोई विवाद खड़ा ना हो सके। इसी को लेकर इस बार बोर्ड ने अभ्यर्थियों को ओएमआर शीट पर हल प्रश्नों की संख्या लिखना अनिवार्य कर दिया है। बोर्ड ने ये कदम अभ्यर्थियों द्वारा ओएमआर शीट रिक्त छोड़े जाने की संभावना को देखते हुए उठाया है। अभ्यर्थियों को ओएमआर शीट के उपर की तरफ अंकों व शब्दों में हल किए गए प्रश्नों की कुल संख्या को लिखना होगा। इसके साथ ही अन्य कई सावधानियां बोर्ड की ओर से इस बार की टीजीटी व पीजीटी परीक्षाओं के आयोजन को लेकर उठायी गई हैं।

भ्00 अभ्यर्थियों पर एक पर्यवेक्षक

टीजीटी व पीजीटी परीक्षाओं के दौरान प्रत्येक पांच सौ अभ्यर्थियों के ऊपर एक केन्द्र पर्यवेक्षक तैनात किए जाएंगे। इससे अधिक या क्000 अभ्यर्थियों के होने की स्थिति में केन्द्र पर दो पर्यवेक्षक की तैनाती की व्यवस्था की गई है। इन पर्यवेक्षकों में शिक्षा विभाग के अधिकारी व जिला प्रशासन के प्रतिनिधि जिलाधिकारी द्वारा नामित किए जाएंगे। चयन बोर्ड के उपसचिव त्रिगुणायत ने बताया कि चयन बोर्ड की ओर से सभी मंडल मुख्यालयों के डीआईओएस के माध्यम से निर्धारित दो हजार रुपए मानदेय भी इसके लिए दिए जाने की व्यवस्था भी की गई है। केंद्रों पर कक्ष निरीक्षकों की तैनाती के लिए भी बोर्ड ने निर्देश जारी किए हैं। इसमें डीआईओएस द्वारा राजकीय विद्यालयों या अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के टीचर्स ही तैनात किए जाएंगे। उत्तर पुस्तिकाओं के बारे में उन्होंने बताया कि इनकी तीन प्रतियां होंगी। इसमें एक प्रति कम्प्यूटर फर्म और एक प्रति चयन बोर्ड भेजी जाएगी। जबकि तीसरी कार्बन कापी अभ्यर्थी अपने साथ ले जाएंगे। उप सचिव ने बताया कि बोर्ड की ओर से पहली बार इस तरह की व्यवस्था की गई है। जिससे किसी प्रकार की कोई धांधली ना हो सके।