RANCHI: डोरंडा कुम्हारटोली स्थित कन्या पाठशाला के पीछे बिजली के पोल में शुक्रवार को अहले सुबह आग लग गयी। आग इतनी भयावह थी कि उसमें से रह-रहकर पटाखे छूटने जैसी आवाज आ रही थी। सुबह मार्निग वाक पर निकले लोगों ने जब लाइन कटवाने के लिए डोरंडा के एसडीओ और जूनियर इंजीनियर को फोन लगाया, तो दोनों ने फोन नहीं उठाया। काफी देर तक पोल में आग लगी रही। इसी बीच कुछ लोगों ने अपने स्तर से बिजली मिस्त्री और दूसरे रेंज के अफसरों से बातचीत की। तब जाकर बिजली काटी गई। इसके बाद लोगों ने बालू मारकर आग को कम किया।

कॉल बैक तक नहीं किया

जब बिजली काटी गई, तो स्थानीय लोगों ने पानी की धार से आग पर काबू पाया। कुम्हार टोली के निवासियों ने बताया कि कई बार रिंग करने के बावजूद अधिकारियों ने फोन नहीं उठाया, जबकि सरकार ने उन्हें मोबाइल हमेशा रिसीव करने का आदेश दे रखा है। इतना ही नहीं, दिन में एक बार भी किसी अधिकारी ने कॉल बैक कर यह जानने की कोशिश नहीं की कि आखिर इतने सारे कॉल सुबह-सुबह क्यों और किसने किया था। दिन में लोगों ने बिजली विभाग के दफ्तर जाकर प्रेशर बनाया, तब जाकर खंभे से जले हुए तार को अलग किया गया। इसके बाद शाम को फिर से बिजली बहाल की गई।