- जिला अस्पताल की ओपीडी व इमरजेंसी का हाल बेहाल

-पूछताछ काउंटर पर तीन माह में सिर्फ तीन शिकायत दर्ज

GORAKHPUR: जिला अस्पताल के पूछताछ काउंटर के रजिस्टर में महज तीन महीने में सिर्फ तीन शिकायतें दर्ज की गईं लेकिन इन शिकायतों का निस्तारण भी अभी तक नहीं हो सका है। मरीजों ने विगत दिनों पेयजल की समस्या, ओपीडी के बरामदे में पंखा लगाने और मरीजों के बैठने की समुचित व्यवस्था करने का सुझाव दिया था। आलम यह है कि बदलते मौसम में जिला अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की लम्बी कतार लग रही है। वहीं इमरजेंसी में भी गंभीर केस आ रहे हैं लेकिन यहां पंखे सहित बैठने और पानी पीने की व्यवस्था न होने से मरीज परेशान हो रहे हैं।

जिला अस्पताल की हकीकत जानने के लिए दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम शुक्रवार की सुबह 10.30 बजे अस्पताल की पुरानी ओपीडी में पहुंची। मुहर्रम की छुट़टी के दिन भी ओपीडी में काफी भीड़ दिखी। सर्वर डाउन होने के नाते कर्मचारी हाथ से पर्चे काट रहे थे। जिसके चलते मरीजों को पर्ची के लिए वेट करना पड़ा।

इमरजेंसी में बढ़ी भीड़

इमरजेंसी का आलम यह रहा कि यहां पर एक्सीडेंटल से लगायत अन्य गंभीर बीमारी के मरीज की तादाद अधिक रही। उमस के चलते मरीज और तीमारदार बेहाल रहे। वहीं डॉक्टर कक्ष में मरीज और मेडिको लीगल कराने वालों की भीड़ जमी रही। उमस भरी गर्मी के चलते सभी परेशान रहे। जबकि डीएम ने पहली बार अस्पताल के निरीक्षण में इमरजेंसी व वार्डो में एसी लगाने की बात कही थी लेकिन समय गुजरने के साथ व्यवस्था नहीं की जा सकी है।

1- केस- 2 सितंबर को सीआरपीएम जवान अजीत कुमार इलाज के लिए ओपीडी में पहुंचा। जहां भीषण गर्मी में मरीजों का बुरा हाल था। इसे देखते हुए वे पूछताछ काउंटर पर पहुंचे और रजिस्टर में अस्पताल प्रशासन को सुझाव दिया कि ओपीडी के बरामदे स्थित पर्ची काउंटर और दवा काउंटर पर मरीजों की काफी भीड़ रहती है लेकिन यहां पर एक भी पंखे नहीं है। यहां पर पंखे लगाए जाएं। सुझाव के बाद भी अस्पताल प्रशासन ने सुधि नहीं ली है।

2-केस-20 सितंबर को खलीलाबाद के घनश्यामनगर की रहने वाली सुनीता मिश्रा इलाज के लिए ओपीडी पहुंचीं। पांच नंबर कमरे में दिखाने पहुंची। जहां मरीजों की लंबी लाइन लगी रही। वह पीछे की कतार में खड़ी होकर अपने बारी का इंतजार कर रही थी। उमस भरी गर्मी के चलते उन्हें अचानक चक्कर आ गया और वह गिर पड़ी। यह देखकर अन्य लोगों ने उन्हें उठाया और तत्काल डॉक्टर से दिखाया। उन्होंने पूछताछ काउंटर पर शिकायत किया कि यहां पर मरीजों के बैठने के लिए उचित प्रबंध नहीं है। जिसके चलते मरीजों को परेशानी होती है।

3-केस-23 अगस्त को बिछिया के रहने वाले सुशील कुमार गौड़ ओपीडी में अपना इलाज कराने पहुंचे। डॉक्टर को दिखाने के बाद बाहर निकले तो उन्हें प्यास लगी। वह पानी के लिए इधर-उधर भटकने लगे लेकिन पेयजल की व्यवस्था न होने से नाराजगी जताई। वे सीधे पूछताछ काउंटर पर पहुंचे और इसकी शिकायत दर्ज कराते हुए पेय जल की समुचित व्यवस्था कराने का सुझाव दिया।

वर्जन-

पूछताछ काउंटर पर मरीज अपना सुझाव देते हैं। जिसे रजिस्टर में दर्ज कर विचार किया जाता है। जहां तक निस्तारण का सवाल है तो इसके लिए डिमांड भेजी गई हैं। ओपीडी के बरामदे में पंखे ओर इमरजेंसी में एसी की जल्द ही व्यवस्था कराई जाएगी।

डॉ। आरके गुप्ता, एसआईसी जिला अस्पताल