- कर्मचारी-अधिकारी सीटों से गायब, पब्लिक हो रही परेशान

- कुछ दिन पहले डीएम ने विकास भवन में छापा मारकर की थी कार्रवाई

<- कर्मचारी-अधिकारी सीटों से गायब, पब्लिक हो रही परेशान

- कुछ दिन पहले डीएम ने विकास भवन में छापा मारकर की थी कार्रवाई

vineet.tiwari@inext.co.in

ALLAHABAD: vineet.tiwari@inext.co.in

ALLAHABAD: गवर्नमेंट ऑफिसेज के हालात दिन ब दिन बदतर होते जा रहे हैं। शासन और प्रशासन की सख्ती के बावजूद अधिकारी-कर्मचारी कुर्सियों से नदारद मिलते हैं। महज छह दिन पहले खुद डीएम ने औचक निरीक्षण कर अपने इरादे भले ही जता दिए थे लेकिन इसका बहुत ज्यादा असर पड़ता दिखाई नहीं पड़ रहा है। सोमवार को आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने विकास भवन पहुंचकर वहां के ऑफिसेज के हालचाल लेने की कोशिश की। पता चला कि अधिकारी मीटिंग में हैं तो कर्मचारियों की बल्ले-बल्ले हो रही है। सीट पर बैठकर पब्लिक की समस्याएं सुनने के बजाय घूमने-फिरने में उनका ज्यादा इंट्रेस्ट नजर आया। पेश है आंखों देखा हाल-

सीन वन

टाइम- दोपहर क्ख्:ब्0 बजे

स्थान- जिला विकलांग कल्याण अधिकारी कार्यालय

- तीन चार महिलाएं अपनी समस्याओं को लेकर अधिकारी के चैंबर में मौजूद थीं। मौके पर केवल एक स्टाफ उनको डील कर रहा था। पूछने पर बताया कि पुराने अधिकारी अमित कुमार वाराणसी चले गए हैं और नए रमेश यादव तीन जून को आएंगे। इसके बाद ही कोई काम हो सकेगा। इसके बाद महिलाएं निराश होकर चली गई।

सीन नंबर टू

टाइम- दोपहर क्ख्:भ्भ् बजे

स्थान- जिला पेयजल एवं स्वच्छता मिशन कार्यालय इलाहाबाद

- पूरे चैंबर में केवल एक महिला कर्मचारी मौजूद थीं। बाकी कुर्सियां खाली पड़ी थीं। बातचीत में उन्होंने बताया कि यह विभाग डीडीओ के अंडर में आता है और बाकी लोग बिल्डिंग के ऊपरी तल पर काम से गए हैं। हालांकि सभी स्टाफ के एक साथ जाने का रीजन पता नहीं चल सका।

सीन नंबर थ्री

टाइम- दोपहर क्:0भ् बजे

स्थान- जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी कार्यालय

- ऑफिस के बाहर बैठे अर्दली ने बताया कि साहब तो डीएम साहब की मीटिंग में गए हुए हैं। थोड़ी देर बाद आएंगे लेकिन दूसरे कमरे का पूरा स्टाफ कहां नदारद है यह पता नहीं चल सका। अर्दली ने बताया कि सभी लोग काम से निकले हुए हैं।

सीन नंबर फोर

टाइम- दोपहर क्:ख्भ् बजे

स्थान- डीपीआरओ ऑफिस की टीएससी विंग

- विकास भवन के चौथे तल में स्थित इस विंग में चार स्टाफ बैठते हैं लेकिन मौके पर केवल एक ही नजर आया। उन्होंने बताया कि लाइट नहीं है इसलिए गर्मी से बुरा हाल है। सभी स्टाफ आसपास ही होंगे। हो सकता है सरकारी काम से कहीं निकले हों।

सीन नंबर फाइव

टाइम- दोपहर क्:फ्भ् मिनट

स्थान- पशुधन अनुभाग

- इस ऑफिस के इस चैंबर में कुल आठ स्टाफ के बैठने की व्यवस्था है लेकिन मौके पर चार ही मिले। सभी अपनी सीट पर बैठकर लाइट के आने का इंतजार कर रहे थे। उन्होंने बताया कि बाकी कर्मचारी आसपास के किसी चैंबर में होंगे। थोड़ी देर बाद सभी अपनी सीट पर मिलेंगे।

डर दिखा लेकिन आदत नहीं बदली

विकास भवन में एक-दो नहीं बल्कि पब्लिक फैसिलिटी से जुड़े कई कार्यालय मौजूद हैं। इसलिए यहां सुबह से शाम तक आने-जाने वालों का तांता लगा रहता है। ख्7 मई को खुद डीएम पी गुरु प्रसाद ने विकास भवन में औचक निरीक्षण करके ब्7 अधिकारियों-कर्मचारियों के नदारद रहने पर अब्सेंट लगाई थी। इस कार्रवाई में उनकी एक दिन की सैलरी काटते हुए शोकॉज नोटिस भी मांगा था। सोमवार को इस कार्रवाई का असर तो दिखा लेकिन अपनी आदत से मजबूर अधिकतर कर्मचारी अपनी सीट से गायब ही मिले। नतीजतन काम के सिलसिले में दूर-दराज से आई पब्लिक उनका इंतजार करती नजर आई।

खुद के विकास को तरह रहा 'विकास भवन'

वैसे तो ऑफिसेज से कर्मचारियों अधिकारियों के गायब रहने का मामला नया नहीं है। समय-समय पर इसको लेकर शासन व प्रशासन स्तर पर कई अभियान चलाए गए लेकिन नतीजा सिफर रहा। सोमवार को आई नेक्स्ट ने जब स्टाफ के गायब रहने पर सवाल पूछा तो सीधा सा जवाब मिला कि लाइट नहीं है, क्या करें। गर्मी में काम कैसे होगा। विकास भवन के कुछ ऑफिसेज में तो जनरेटर और इनवर्टर मौजूद है लेकिन कई जगह ऐसी कोई व्यवस्था मौजूद नहीं है। जिससे सुबह के पीक ऑवर्स क्0 से ख् बजे के बीच सभी कुर्सी छोड़कर इधर-उधर भटकते रहते हैं। बता दें कि शहर में बिजली कटौती का समय भी सुबह दस से एक बजे का है लेकिन लाइट दो बज तक ही आती है।