-पुलिस पर पथराव, माहौल बिगाड़ने में अलग-अलग तीन एफआईआर दर्ज

-दीवारों पर चस्पा होंगी तस्वीरें, सोशल मीडिया के जरिए तलाश

द्दह्रक्त्रन्य॥क्कक्त्र:

शहर के कोतवाली एरिया में जुमे की नमाज के बाद माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले उपद्रवियों की पहचान कराने में पुलिस जुटी है। 24 घंटे के भीतर सौ से अधिक लोगों की पहचान पुलिस ने कर ली है। वीडियो फुटेज के आधार पर पुलिस ने कई लोगों की तस्वीरे जारी कर उनको वांटेड घोषित कर दिया है। वांटेड पत्थरबाजों को पकड़ने में पुलिस की मदद करने वाले मुखबिरों को इनाम देने की भी योजना है।

पुलिस पर पथराव कर खराब किया था माहौल

शुक्रवार को कोतवाली एरिया में नागरिक संशोधन कानून के विरोध में काली पट्टी बांधकर युवकों ने प्रदर्शन किया था। शाहमारूफ और घंटाघर में जुमे की नमाज पढ़ने जुटे कुछ लोगों ने जुलूस निकाला। इसके बाद शांति पूर्वक घर लौटने की बात कहकर पुलिस को गुमराह कर दिया। पुलिस के भरोसे में आते ही जुलूस में शामिल कुछ युवकों ने नखास रोड पर पथराव शुरू कर दिया। आंसू गैस के गोले दागकर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। नखास में पथराव को पुलिस ने काबू किया। इसके बाद शाहमारूफ में जुटे लोगों ने भी पथराव किया। फोर्स ने वहां भी हालात को काबू किया। बाहर घूम रहे लोगों को घर भेज दिया। बवाल होने पर दुकानें बंद हो गई। रेती चौक, घंटाघर, पांडेयहाता, नखास चौराहा, खूनीपुर, बक्शीपुर सहित कई चौराहों पर सन्नाटा पसर गया। पथराव के बाद पुलिस ने उपद्रवियों की तलाश शुरू कर दी।

वांटेड को पकड़वाने पर पुरस्कार पाएंगे मुखबिर

बवाल में शामिल रहे लोगों की तलाश में पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। इस दौरान 100 से अधिक लोगों की फुटेज मिली। शनिवार सुबह पुलिस ने सभी की फुटेज जारी कर दिया। पथराव में चिह्नित वांटेड की तलाश शुरू हो गई है। सोशल मीडिया के जरिए पुलिस ने संदेश दिया कि वांटेड के बारे में एसएचओ कोतवाली, सीओ कोतवाली और एसपी सिटी सहित पुलिस के अन्य अधिकारियों को सूचना दी जा सकती है।

हर माह की पीस कमेटी की बैठक

केंद्र सरकार के फैसलों को देखते हुए हर माह थानों और पुलिस चौकियों पर पीस कमेटी की मीटिंग बुलाई जाती थी। एनआरसी और सीएए को लेकर भी कोतवाली में पीस कमेटी की बैठक हुई। आरोप है कि इस दौरान गिने-चुने लोगों तक कोतवाली पुलिस सीमित रही। हर बार बैठक में उन्हीं लोगों को बुलाया गया। इसलिए बैठकों का ज्यादा असर नहीं हुआ। जुमे की नमाज के पहले दुकानों के बंद होने पर भी कोतवाली पुलिस अलर्ट नहीं हो पाई। ज्यादातर युवाओं के हाथ में काली पट्टी देखकर भी पुलिस भीड़ की नब्ज नहीं टटोल पाई।