तीन सदस्यीय दल में यूजीसी सचिव प्रो। जसपाल एस। संधु भी शामिल

ALLAHABAD: बीते दिनो इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में हास्टल वॉशआउट के मसले पर हुये बवाल के बाद एमएचआरडी मिनिस्टर प्रकाश जावेडकर द्वारा गठित फैक्ट फाइंडिंग कमेटी मंडे को इविवि पहुंची। कमेटी में यूजीसी के सचिव प्रो। जसपाल एस। सन्धु, दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रो। एसपी सिंह एवं एमएचआरडी के ज्वाइंट सेक्रेटरी प्रवीण कुमार शामिल रहे। इविवि पहुंचने के बाद कमेटी ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय एवं संघटक महाविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ। सुनील कांत मिश्रा, आटा अध्यक्ष एवं चीफ प्रॉक्टर प्रो। आरएस दुबे एवं शिक्षकों से मुलाकात की और उनसे मौजूदा हालातों की जानकारी ली।

छात्रों ने खोला कुलपति का चिट्ठा

शिक्षकों से बातचीत से ज्यादा कमेटी का जोर छात्रों से बातचीत पर रहा। यही कारण रहा कि कमेटी ने शाम को छात्रसंघ भवन पहुंचकर क्रमिक अनशन कर रहे छात्रों की समस्यायें जानी। कमेटी के सदस्यों का इंट्रेस्ट इस बात को जानने में ज्यादा रहा कि आखिर वह कौन सी बात थी ? जिससे हास्टल को लेकर इतना बड़ा बवाल हो गया। छात्रों ने जांच दल को बताया कि ऐसा ही बवाल हास्टल वॉशआउट के मसले पर 26 अप्रैल 2012 को भी हुआ था। इस दौरान छात्रों ने एक एक करके वीसी प्रो। आरएल हांगलू पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाये और पूरे बवाल के लिये उन्हें ही दोषी ठहराया। बता दें कि इससे पहले मई 2012 में हास्टल को लेकर हुये बवाल के बाद यूजीसी के पूर्व चेयरमैन प्रो। सुखदेव थोराट एवं आईआईटी कानपुर के निदेशक प्रो। संजय गोविन्द धांडे की फैक्ट फाइंडिंग कमेटी इविवि आई थी। एमएचआरडी की कमेटी ट्यूजडे को भी परिसर में आयेगी।