-सीएसआईटी सेकंड ईयर के स्टूडेंट्स ने फ‌र्स्ट ईयर के वालों को कैंपस से बाहर बुलाया

-कई बार हो चुका है मामला, डर के चलते स्टूडेंट्स ने नहीं की शिकायत

बरेली: आरयू में जूनियर्स पर सीनियर्स का खौफ इस कदर हावी है कि जूनियर स्टूडेंट चार दिन रैंगिग सहता रहा। इसके बाद जब हद से ज्यादा बढ़ी तो उसने आरयू प्रशासन से कंप्लेन की। वेडनसडे को बीटेक सेकंड ईयर के स्टूडेंट्स का फ‌र्स्ट ईयर के स्टूडेंट्स के साथ रैगिंग का मामला सामने आया है। हलांकि अभी मामले की लिखित शिकायत आरयू प्रशासन से नहीं की गई है, लेकिन आरयू चीफ प्रॉक्टर की नॉलिज में पहुंच चुका है। जिस पर उनका कहना है शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल इस बार रैगिंग कैंपस में नहीं बल्कि कैंपस के बाहर बैंक के पास की गई। लेकिन डर के चलते स्टूडेंट्स ने किसी को बताया नहीं था।

20 स्टूडेंट्स से हुई रैगिंग

आरयू कैंपस से सीएस आईटी फ‌र्स्ट ईयर के स्टूडेंट्स ने सीनियर के द्वारा की गई रैगिंग की शिकायत भले ही डर के चलते नहीं की। लेकिन वेडनसडे को सामने आ गया। स्टूडेंट्स सीनियर से डरे हुए थे लेकिन उनका कहना था कि सैटरडे को कैंपस में स्टडी करने वाले फ‌र्स्ट ईयर के करीब 20-25 स्टूडेंट्स को आरयू के सामने एसबीआई बैंक के पास सेकंड ईयर के स्टूडेंट्स ने बुलाया गया। जहां पर सेकंड स्टूडेंट्स ने उनके लिए तंग किया, रैगिंग की। लेकिन सीनियर के डर के चलते चार दिन तक मामला छुपाए रखा। लेकिन कई बार बुलाए जाने पर उन्होंने मामले की शिकायत सीनियर से की। स्टूडेंट्स का कहना है कि वह अब मामले की शिकायत चीफ प्रॉक्टर से करेंगे।

लगातार दो दिन हुई थी रैगिंग

बीटेक के स्टूडेंट्स कैंपस में दोपहर को घूम रहे थे। इसी दौरान वे एमबीए के एक स्टूडेंट के पास पहुंच गए, उससे नाम पता पूछने लगे। उसे जबरन पकड़ कर रखा था। इसी बीच एमबीए स्टूडेंट ने फोन कर अपने साथियों को वहां बुला लिया। मामले की सूचना कैंपस के सिक्योरिटी इंचार्ज सुधांशु को मिली तो वह भी वहां पहुंच गए। उन्हें देख रैगिंग की कोशिश कर रहे स्टूडेंट भाग गए। इसके बाद सिक्योरिटी इंचार्ज ने हॉस्टल जाकर दोनों पक्षों के स्टूडेंट्स से पूछताछ की और मामला शांत करा दिया। बीटेक थर्ड ईयर के एक स्टूडेंट ने बताया कि रैगिंग की कोशिश की गई थी। रात करीब 10 बजे बीटेक के स्टूडेंट हॉस्टल पहुंचे और दोबारा रैगिंग की कोशिश की। लेकिन एमबीए के सीनियर्स के आ जाने से रैगिंग करने में सफल नहीं हो सके। इसी दौरान सिक्योरिटी के लोग भी वहां पहुंच गए और दोबारा मामला शांत करा दिया। हालांकि मामला आरयू प्रशासन के संज्ञान में आया तो आरोपी को 15 दिन के लिए सस्पेंड कर उससे लिखित माफीनामा लिया गया है उसके पेरेंट्स को भी बुलाया गया था।

पहले भी आ चुकी है घटनाएं

आरयू में रैगिंग की यह पहली घटना नहीं थी। इससे पहले नए सत्र के शुरूआत में जहां आरयू प्रशासन रैगिंग को जीरो टारलेंस पॉलिसी के तहत रोकने की कवायद कर रहा था। तो वही लगातार दो दिन रैंिगग हुई थी। वह भी आरयू कैंपस के सुरक्षा प्रभारी के सामने हालांकि सुरक्षा प्रभारी को देख रैंिगंग करने वाले भाग गए थे।

-अभी स्टूडेंट्स ने कोई लिखित में शिकायत नहीं दी है। शिकायत कोई भी स्टूडेंट्स करता है तो मामले में एक्शन लिया जाएगा।

ब्रजेश त्रिपाठी, चीफ प्रॉक्टर, आरयू