- पुलिस व सीबीआई कई दिनों से कर रही थी तलाश

- पुलिस ट्रेनिंग स्कूल की 3 सौ बीघा जमीन फर्जी तरीके से बेच दी थी

LUCKNOW : पुलिस की गिरफ्त में आए जालसाज भू माफिया अशोक पाठक के तार बॉलीवुड से भी जुड़े हुए हैं। वह ठगी की रकम को बॉलीवुड में लगाता था। क्राइम ब्रांच ने जालसाज को आगरा एक्सप्रेस वे से गिरफ्तार किया था। जालसाज के खिलाफ लखनऊ और गाजियाबाद में फ्रॉड के कई केस दर्ज हैं। उसकी सीबीआई को भी तलाश थी।

15 हजार का ईनाम घोषित था

पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय के मुताबिक सरोजनीनगर में पुलिस ट्रेनिंग स्कूल की 300 बीघा जमीन फर्जी कागजातों के जरिए भू माफिया अशोक पाठक ने अपने नाम कराकर बेच दी थी। मामले में वर्ष 2018 में वजीरगंज कोतवाली में धोखाधड़ी समेत अन्य गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। तब से वह फरार चल रहा था। कोर्ट ने सरेंडर के आदेश दिए थे, लेकिन उसने सरेंडर नहीं किया था। ऐसे में उस पर 15 हजार रुपये का ईनाम घोषित किया गया था।

सफेदपोश लोगों से हैं संबंध

पुलिस के मुताबिक अशोक के बॉलीवुड में फैशन डिजायनर व अन्य लोगों से संबंध हैं। उसने इन लोगों के जरिए अपने रुपये बॉलीवुड में निवेश किए हैं। यही नहीं बॉलीवुड से जुड़े लोगों के रुपये अपने गोरखधंधे में भी लगाए हैं। इसमें उसके साथ कई सफेदपोश लोग भी शामिल हैं। इन लोगों की मदद से ही वह अब तक पुलिस से बचता रहा है। अशोक मुंबई, दिल्ली, हरियाणा, नोएडा व अन्य शहरों में तक छुपकर रह रहा था।

सीबीआई ने दर्ज किए थे दो केस

सीबीआई लखनऊ की स्पेशल ब्रांच ने जालसाजी के आरोप में अशोक पाठक व अन्य के खिलाफ दो केस दर्ज कराया था। एक केस में अशोक पाठक, साथी वकील विनयजीत व अन्य को नामजद किया गया था जबकि दूसरे केस में अशोक पाठक, विनयजीत लाल वर्मा और कपिल प्रताप राना को नामजद किया गया था। सीबीआई ने हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच के आदेश पर ये एफआईआर दर्ज की थी।

गोमतीनगर से हिस्ट्रीशीटर का आरोपी

पुलिस के मुताबिक अशोक के खिलाफ चिनहट पुलिस ने गुंडा एक्ट और गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई की थी। इसके अलावा चिनहट में तीन अन्य केस दर्ज हैं। उसे भू माफिया भी घोषित किया गया था। गोमतीनगर थाने से वह हिस्ट्रीशीटर है। पुलिस का दावा है कि आरोपी के खिलाफ गोमतीनगर थाने में केस दर्ज हैं। इसके अलावा आरोपित के खिलाफ मडि़यांव, अमीनाबाद, सरोजनीनगर और वजीरगंज में भी केस दर्ज हैं।