मीजल्स रुबेला टीकाकरण को लेकर उड़ रही अफवाहों पर स्वास्थ्य विभाग ने उठाया कदम
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PRAYAGRAJ: मीजल्स रुबेला टीके को लेकर उड़ रही अफवाहों पर स्वास्थ्य विभाग ने लगाम लगाने की तैयारियां कर ली हैं। टीकाकरण के बाद बच्चे को सीधे घर नही जाने दिया जाएगा। प्रत्येक बच्चे की आधे घंटे तक गहन निगरानी की जाएगी। कोई साइड इफेक्ट सामने आता है तो उसका तत्काल इलाज कराया जाएगा।
सभी का मांगा गया है सहयोग
स्वास्थ्य विभाग ने अभियान को सफल बनाने के लिए यूपी बोर्ड, सीबीएसई, आईसीएससी, संस्कृत विद्यालय, मदरसा आदि के शिक्षकों से सहयोग मांगा गया है। स्वास्थ्य विभाग अभियान का प्रचार प्रसार करने के लिए सोशल मीडिया का भी सहारा लेने जा रहा है। साथ ही जो बच्चे स्कूल नही जाते हैं उन्हें भी स्कूलों में बुलाकर टीकाकरण करवाया जा सकता है।
अभियान को सफल बनाने के लिए सभी शिक्षा बोर्ड का सहयोग मांगा गया है। स्कूलों में वैक्सीनेशन के बाद हमारी टीम बच्चों की निगरानी करेगी। लोगों को अधिक से अधिक संख्या में आगे आकर अभियान का हिस्सा बनना होगा।
डॉ। गिरिजाशंकर बाजपेई,
सीएमओ, प्रयागराज
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लाख बच्चों को दी जानी है खुराक
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कक्ष बनाए जाएंगे स्कूलों में बच्चों के टीकाकरण के दौरान
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वेटिंग रूम होगा जिसमें बच्चे अपनी बारी आने का इंतजार करेंगे
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रूम में उनका वैक्सीनेशन होगा
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रूम में उन्हें आधे घंटे तक आब्जर्वेशन के लिए रोका जाएगा
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वर्ष तक के बच्चों का किया जाना है वैक्सीनेशन
43
टीकाकरण केंद्र बनाए जाएंगे जिले में
20
केन्द्र बनेंगे ग्रामीण एरिया में
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केन्द्र बनाए गए हैं शहरी एरिया में
624
एएनएम लगायी गयी हैं अभियान में
4236
आशा कार्यकर्ता लगायी गयी
4293
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता लगायी गई
13859
टीकाकरण सत्र आयोजित किए जाएंगे
637
टीमें स्वास्थ्य विभाग ने गठित की हैं
65
मोबाइल टीम करेगी सपोर्ट
1181
कुल टीकाकरण गतिविधियां होंगी
514
समुदाय आधारित गतिविधियां होंगी
10
दिसंबर से शुरू होने जा रहा है मीजल्स रुबेला वैक्सीन अभियान