खोद का छोड़ दी है पूरी रोड, बाहर कैसे निकलें महिलाएं-बच्चें

घर के अंदर रहना ही बन चुकी है इनकी मजबूरी

ALLAHABAD: सीवर लाइन बिछाने के साथ ही ओवरब्रिज निर्माण और सड़कों के चौड़ीकरण का काम जोरों पर चल रहा है। लेकिन इसका साइड इफेक्ट यह है कि जहां भी काम चल रहा है, वहां के बाशिंदें अपने घरों में बंधक बनकर रह गए हैं। चारों तरफ की सड़कें इस कदर खोद दी गई हैं कि लोग अपने घर से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। कहीं बड़े-बड़े गड्ढे हैं तो कहीं रोड चलने लायक नहीं रह गई है। वहीं धूल और गंदगी की समस्या अलग से है। इसका खामियाजा सबसे अधिक बच्चों और महिलाओं को भुगतना पड़ रहा है।

अल्लापुर: दो लाख आबादी निकले किधर से

अल्लापुर एरिया में करीब दो लाख से अधिक आबादी रहती है। यहां के लोग पिछले करीब छह महीने से सीवर बिछाने के लिए जगह-जगह हो रही खोदाई से पूरी तरह डिस्टर्ब हैं। चाह कर भी लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। अगस्त से अल्लापुर में काम हो रहा है, लेकिन अभी तक पूरा नहीं हो सका है। मुख्य रोड के साथ ही लिंक रोड के डिस्टर्ब होने से लोगों को काफी चक्कर लगा कर आना-जाना पड़ रहा है।

गलियों का चक्कर लगा रहे लोग

- बाघम्बरी रोड पहले से खुदी पड़ी है

- बाघम्बरी डॉट पुल के बाद वाली रोड भी खोद दी गई है।

- दूसरा जो मुख्य रोड है मटियारा रोड, अलोपीबाग निकलता है, उसकी भी खोदाई कर दी गई है।

-पटेल चौराहा को भी खोद डाला गया है।

-डंडिया का जो एरिया है, वहां भी सड़क खोद दी गई है।

-पूरा अल्लापुर घूम कर कुंदन गेस्ट हाउस तक पहुंचता है।

-न अलोपीबाग से निकल पा रहे हैं, न मटियारा रोड से, शिवाजी नगर, बाघम्बरी गद्दी, नेह निकुंज, कृष्णकुंज, नेता चौराहा, पटेल चौराहा।

कॉलिंग

अल्लापुर में अगर किसी के घर इमरजेंसी पड़ जाए, किसी की तबियत खराब हो जाए तो एम्बुलेंस लोगों के घर तक नहीं पहुंच सकता है। एक भी रोड नहीं बची है, जिस पर काम न चल रहा हो।

-सुकेस यादव

पिछले करीब छह महीने से अल्लापुर के बाघम्बरी रोड के साथ ही अन्य इलाकों में रहने वाली पब्लिक अपने घर में कैद है। दुकानदार सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।

-जयंत गांगुली

चारों तरफ हो रही खोदाई, धूल और जाम की वजह से हम घर से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। क्योंकि कोई रास्ता ही नहीं बचा है। घर में ही हम बोर हो जा रहे हैं, लेकिन धूल फांकने, जाम में फंसने और परेशान होने से अच्छा तो घर में ही रहना है।

-निधि अग्रवाल

लूकरगंज एरिया इन दिनों धूल के गुबार में डूबा हुआ है। इसकी वजह से अब घर से बाहर निकलने में डर लग रहा है। क्योंकि मुझे श्वास रोग की समस्या है। डॉक्टर ने शुद्ध हवा में टहलने के लिए कहा है, लेकिन हवा ही शुद्ध नहीं है तो फिर टहले कैसें। इसलिए घर में ही रहना पड़ रहा है।

-ज्योति केसरवानी

जगह-जगह सड़क खुदी होने के कारण ना तो मैं किसी डांस क्लास में जा पा रही हूं ना ही कोई आर्ट क्लास ज्वाइन कर पा रही हूं। सड़क की हालत इतनी खराब है कि मम्मी-पापा घर से बाहर निकलने को मना करते हैं।

-पलक गोयल

धूल और गंदगी के कारण श्वास फूलने लगता है। कुछ दिन पहले थोड़ी दिक्कत हुई थी। इसके बाद घर वाले बहुत जरूरी काम होने पर ही घर से बाहर निकलने का परमिशन देते हैं।

-हर्षित केसरवानी