- घायल मजदूर को रिक्शे पर भाई लादकर पहुंचा लोहिया, मृत घोषित

- पत्थर हटाने पर पैर फिसलने से 40 फीट ऊंचाई से गिरा मजदूर

- घटना के बाद पुलिस को बिना सूचना दिए ठेकेदार फरार

LUCKNOW : मेट्रो का काम कर रहे मजदूर की भूतनाथ स्टेशन से गिरकर दर्दनाक मौत हो गई। निर्माणधीन स्टेशन में मजदूर पत्थर हटाने का काम कर रहा था। अचानक उसका पैर फिसल गया और वह करीब चालीस फीट नीचे रोड पर आकर गिरा, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। साथी मजूदर और उसके साथ काम कर रहे छोटे भाई ने उसे रिक्शे में लाद कर लोहिया अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टर्स ने मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद ठेकेदार भी मौके से फरार हो गया। करीब एक डेढ़ घंटे बाद गाजीपुर पुलिस को घटना की जानकारी मिली, जिसके बाद पुलिस परिजनों को तलाश करते हुए लोहिया अस्पताल पहुंची।

भाई के साथ आया था मजदूरी करने

मूलरूप से लखीमपुर खीरी निवासी रामू (25) कुछ दिन पहले ही अपने छोटे भाई अखिलेश (23) के साथ मजदूरी करने शहर आया था। दोनों भाई वर्तमान में निर्माणधीन भूतनाथ मेट्रो स्टेशन पर काम कर रहे थे। मंगलवार रात भूतनाथ मेट्रो स्टेशन पर काम चल रहा था। मजदूर स्टेशन और मेट्रो ट्रैक पर पड़े पत्थर हटाने का काम कर रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार पत्थर हटाते समय अचानक मजदूर रामू का पैर फिसल गया और वह करीब चालीस फीट नीचे रोड पर आकर गिरा, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।

रिक्शे पर लादकर पहुंचा अस्पताल

भूतनाथ मेट्रो स्टेशन से करीब चालीस फीट नीचे गिरने के बाद रामू गंभीर रूप से घायल होकर वहीं तड़पने लगा। उसकी हालत देख भाई अखिलेश और साथी मजूदर भागकर नीचे पहुंचे और तत्काल उसे बचाने के प्रयास में वहां से गुजर रहे रिक्शे को रोक कर उसे लादा और लोहिया अस्पताल पहुंचाया। हालांकि हॉस्पिटल पहुंचने से पहले ही रामू ने दम तोड़ दिया था। पोस्टमार्टम के लिए रामू का शव लोहिया अस्पताल की मच्र्युरी में रखा गया है।

ठेकेदार फरार, पुलिस डेढ़ घंटे बाद पहुंची

रामू के भूतनाथ स्टेशन से गिरते ही मजदूरी कराने वाला ठेकेदार आशुतोष भी मौके से फरार हो गया। यहां तक कि उसने पुलिस को भी हादसे की सूचन नहीं दी। स्थानीय लोगों की सूचना पर करीब डेढ़ घंटे बाद गाजीपुर पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन खून के छींटों के अलावा पुलिस को वहां कुछ नहीं मिला। इसके बाद भूतनाथ चौकी इंचार्ज मृतक के परिजनों को तलाशते हुए लोहिया अस्पताल पहुंचे।

न सेफ्टी बेल्ट और न ही सुरक्षा के कोई उपाय

भूतनाथ मेट्रो स्टेशन पर काम करने वाले मजदूरों ने बताया कि काम के दौरान न तो उन्हें सेफ्टी बेल्ट उपलब्ध कराई गई थी और न ही वहां सुरक्षा के कोई संसाधन उपलब्ध हैं। यहीं नहीं हादसे में घायल होने पर प्राथमिक उपचार तो दूर घायल को अस्पताल पहुंचाने के लिए एंबुलेंस की भी व्यवस्था नहीं थी। इससे पहले भी मेट्रो रूट पर काम करने के दौरान कई बार हादसे हो चुके हैं।