माघी पूर्णिमा पर रही चाक चौबन्द सुरक्षा व्यवस्था, अधिकारियों ने बनाए रखी नजर

कल्पवास के समापन पर खाली हुआ आधा मेला, साधु, संत व बचे लोग गुरुवार को निकलेंगे

ALLAHABAD: माघ मास के अंतिम एवं पांचवें मुख्य स्नान पर्व माघी पूर्णिमा का बुधवार को समापन हो गया। एक माह की अवधि समाप्त होने पर कल्पवासियों को लेने के लिए परिजनों का आगमन मंगलवार से ही प्रारम्भ हो गया था। बुधवार को सुहावने मौसम में संगम पर लाखों की संख्या में लोगों ने डुबकी लगायी। जिला प्रशासन की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार अपरान्ह 4:00 बजे तक लगभग 55 लाख स्नानार्थियों ने संगम में डुबकी लगाई।

रोज 3.50 लाख ने किया स्नान

जिला प्रशासन की ओर से जारी सूचना में कहा गया है कि माघ मास के सभी 05 स्नान पर्वो पर साढ़े पांच करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई। माघ मास के सामान्य दिनों में भी लगभग 3.50 लाख स्नानार्थियों ने पुण्य लाभ अर्जित किया।

चार हजार बिछड़ों को मिलवाया

माघी पूर्णिता पर डीएम सुहास एलवाई, मेलाधिकारी कुंभ मेला विजय किरन आनन्द, एसएसपी आकाश कुलहरि आदि ने अन्य अधिकारियों के साथ मेला क्षेत्र का भ्रमण कर शान्ति एवं सुरक्षा व्यवस्था पर नजर रखी। डीएम ने पर्व को सकुशल सम्पन्न कराने में सहयोग के लिए आर्मी, आरएएफ, पुलिस प्रशासन, नागरिक सुरक्षा एवं सभी कार्यदायी विभागों को धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने महाशिवरात्रि पर भी इसी तरह तत्परता एवं निष्ठापूर्वक कार्य का निर्देश दिया। मेला क्षेत्र में 4039 महिला-पुरूष व 19 बच्चों को परिजनों से मिलाया गया।

चन्द्रग्रहण के बाद किया स्नान-दान

उधर माघ शुक्ल पक्ष पूर्णिमा के दिन बुधवार को ग्रस्तोदित चंद्रग्रहण लगा। यह खग्रास अर्थात पूर्ण चंद्रग्रहण था। इसका स्पर्श शाम 05:18 बजे से लेकर मोक्ष 08:42 बजे रात तक रहा। इलाहाबाद में ग्रहण शाम 5:40 बजे से दिखाई देना शुरु हुआ। ग्रहण के बाद लोगों ने स्नान-दान आदि किया।