- भूकंप की दहशत ने थामी थी शहर की रफ्तार

- आज से खुलेंगे स्कूल, तहसील दिवस में बैठेंगे अधिकारी

- मार्केट में लौट रही रौनक, सड़क पर निकल रही पब्लिक

GORAKHPUR : भूकंप के अनेक झटकों के बाद दहशत और टेंशन में जी रहा शहर करीब एक सप्ताह बाद मंडे को लगभग पटरी पर लौटता नजर आया। बिजनेसमैन पूरी तरह मार्केट में नजर आए तो कस्टमर की भीड़ भी खरीदारी को दिखने लगी। हालांकि बुद्ध पूर्णिमा की छुट्टी होने के कारण स्कूल और सरकारी दफ्तरों में सन्नाटा रहा, मगर ट्यूज्डे से शहर पूरी तरह भूकंप के झटकों से उबरा नजर आएगा। पिछले एक सप्ताह से बंद चल रहे स्कूल भी ट्यूज्डे से खुलेंगे तो माह का पहला मंगलवार होने के कारण तहसील दिवस में अधिकारी भी मिलेंगे।

एक सप्ताह बाद दिखेंगे सड़क पर बच्चे, ऑफिस में अधिकारी

ख्भ् अप्रैल को नेपाल में आए भूकंप ने वहां तबाही मचाने के साथ गोरखपुर में भी तगड़ा झटका दिया था। धरती हिली थी तो बिल्डिंग में दरार आई थी। लोग दहशत में थे। काम पर जाना तो दूर लोगों ने घरों में रहना छोड़ दिया था, मगर धीरे-धीरे अब जिंदगी की गाड़ी पटरी पर लौट रही है। भूकंप पीडि़तों के लिए उप्र सरकार के निर्देश पर यूनिवर्सिटी में राहत शिविर लगाया गया था। स्कूल बंद होने से बच्चे घर में थे तो पीडि़तों की मदद के लिए अधिकारी ऑफिस छोड़ राहत शिविर में। लोगों के दहशत में होने के कारण मार्केट भी ठप्प हो गया था। ट्यूज्डे से स्थिति नॉर्मल हो जाएगी। ख्भ् अप्रैल के बाद भ् मई, ट्यूज्डे को स्कूल खुलेंगे। वहीं राहत शिविर रेलवे स्टेशन शिफ्ट होने के कारण सभी अधिकारी तहसील दिवस में मौजूद रहेंगे। पिछले एक सप्ताह से सरकारी कामकाज लगभग पूरी तरह बंद पड़ा है। न तो पब्लिक की प्रॉब्लम सुनी जा रही थी और न ही किसी मामले में एक्शन लिया जा रहा था।

भूकंप के झटकों ने बिजनेस पर पूरी तरह ब्रेक लगा दिया था। धीरे-धीरे लोगों के अंदर की दहशत खत्म हो रही है और लोग मार्केट में निकलना शुरू कर रहे हैं। जल्द ही मार्केट पूरी तरह पटरी पर लौट आएगी।

नितिन जायसवाल, मीडिया प्रभारी, संयुक्त व्यापार मंडल

भूकंप के आ रहे झटकों के बाद सुरक्षा को देखते हुए जिला प्रशासन लगातार स्कूल की छुट्टी डिक्लेयर कर रहा था। अब स्थिति नॉर्मल हो चुकी है इसलिए सभी स्कूल ट्यूज्डे को रूटीन की तरह खुलेंगे।

एएन मौर्य, जिला विद्यालय निरीक्षक