-कम नहीं होने का नाम ले रहा है प्याज का दाम, नई प्याज की आवक ने भी नहीं दी राहत

-खाने के मेन्यू से लेकर आमलेट के ठेलों तक से गायब हुई प्याज, ऑनलाइन मार्केट में भी खा रही भाव

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PRAYAGRAJ: प्याज का बढ़ता रेट कम होने का नाम नहीं ले रहा है। नई प्याज आने के बाद दाम में कमी की उम्मीद भी परवान नहीं चढ़ी। नतीजा, अब प्याज नहीं, प्याज के दाम का जिक्र ही पब्लिक की आंखों में आंसू ला दे रहा है। ऐसे में सब्जी के मेन्यू से लेकर सलाद की प्लेट तक प्याज गायब होती जा रही है। रेस्टोरेंट्स से लेकर अंडे की दुकानों तक प्याज के रिप्लेसमेंट्स ढूंढे जा रहे हैं। वहीं लोग इंटरनेट पर बिना प्याज के फेवरिट डिश बनाने के फॉमर्ेूले ढूंढ रहे हैं। आलम यह है कि दाम कम होने की आस में ऑनलाइन भी प्याज की तलाश की जा रही है।

नई-पुरानी प्याज में 20 का अंतर

प्याज के महंगे रेट से परेशान लोगों को उम्मीद थी कि नई प्याज की आवक के बाद शायद स्थिति सामान्य हो जाएगी। लेकिन नई प्याज ने भी आवक के साथ ही लोगों के आंखों से आंसू निकालना शुरू कर दिया। रीटेल मार्केट में नई प्याज और पुरानी प्याज के रेट में 20 रुपए का ही अंतर रह गया है। जहां मार्केट में पुरानी प्याज 100 से 120 रुपए तक फुटकर बिक रही है। वहीं नई प्याज भी 80 से 100 रुपए तक पहुंच गई है।

मूली बन रही रिप्लेसमेंट

प्याज के बढ़े दाम के कारण सबसे अधिक मुश्किल नॉनवेज खानेवालों की हो रही है। बगैर पर्याप्त मात्रा में प्याज के उनका जायका बिगड़ जा रहा है। ठंड के मौसम में अंडा दुकानदारों को कस्टमर्स को डील करना महंगा पड़ रहा है। ब्वॉयल अंडा खाने वाले प्याज मांग रहे हैं तो दुकानदार उन्हें मूली ऑफर कर रहे हैं। केपी इंटर कालेज के पास दुकान चलाने वाले शंकर सोनकर ने बताया कि अंडे के साथ अक्सर कस्टमर प्याज की डिमांड करते है। 80 से 100 रुपए किलो प्याज खरीदना तो हमारे बूते की बात नहीं। प्याज के साथ मूली के टुकड़े मिक्स कर ब्वायल अंडा के साथ सर्व कर रहे हैं।

ऑनलाइन मार्केट में भी प्याज की धूम

फुटकर मार्केट ही नहीं ऑन लाइन मार्केट में भी प्याज की डिमांड तेजी से बढ़ी है। अमाजॉन, फ्लिपकार्ट, ट्रस्ट बास्केट समेत कई अन्य ऑनलाइन शॉपिंग वेबाइट्स पर प्लाज लिस्टेड है। यहां 99 रुपए पर केजी से रेट की शुरुआत हो रही है। वहीं डिलिवरी चार्ज इन्क्लूड और नॉन रिफंडेबल की सूचना पहले ही दे दी जा रही है।

आमलेट में भी प्याज की मात्रा पहले काफी कम हो गई है। मार्केट में ज्यादातर दुकानदार तो प्याज से अधिक धनिया और मिर्च का यूज करते हैं। प्याज का नाम लेते ही महंगाई का हवाला देते हैं।

-सुभाष

सबसे ज्यादा दिक्कत नॉनवेज बनाने में आती है। बगैर प्याज या कम प्याज के यूज से नॉनवेज का जायका पहले जैसा नहीं रह गया है। ऐसे में खाने में नॉनवेज का यूज ही कम कर दिया है।

-वसीम

प्याज के बगैर नॉनवेज हो या आमलेट, बन ही नहीं सकता है। मार्केट में भी इसका असर दिख रहा है। शॉपकीपर भी प्याज का यूज कम करने लगे हैं। खाने के बाद भी मजा नहीं आ रहा है।

-कार्तिक श्रीवास्तव

आमलेट में भी प्याज धीरे-धीरे गायब होने लगी है। इस वजह से यह अब बिल्कुल बेस्वाद लगने लगा है। ऐसे में कुछ दिनों के लिए आमलेट और नॉनवेज खाना ही बंद कर दिया है।

सोनू

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