- स्टांप, पंजीयन व नागरिक उड्डयन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता 'नंदी' पर उनके ड्राइवर ने लगाया मारपीट की कोशिश का आरोप

- आचार संहिता लगी होने के कारण इलाहाबाद ले जाने से इंकार पर मंत्री हुए थे नाराज, नाराज ड्राइवरों ने मंत्री आवास पर किया प्रदर्शन, नारेबाजी

LUCKNOW : अभी दिल्ली में विधायकों द्वारा चीफ सेक्रेटरी को पीटने पर मचा हंगामा थमा भी नहीं था कि राजधानी लखनऊ में कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता 'नंदी' पर ड्राइवर को पीटने की कोशिश का आरोप लगने से हड़कंप मच गया। पीडि़त ड्राइवर का कहना है कि उसने आचार संहिता लगी होने की वजह से इलाहाबाद जाने से इंकार किया था। जिस पर मंत्री भड़क उठे और उन्होंने उसे पीटने की कोशिश की। हालांकि, उसने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। ड्राइवर की सूचना पर पहुंचे मोटर चालक संघ के सदस्यों ने मंत्री के आवास का घेराव किया और नारेबाजी की। मौके पर पहुंची पुलिस ने नाराज ड्राइवरों को समझाबुझाकर वहां से हटा दिया। उधर, मंत्री के पीआरओ ने ड्राइवर के आरोपों को सिरे से नकारते हुए ड्राइवर पर ही कई गंभीर आरोप लगाए हैं।

आचार संहिता का दिया था हवाला

राज्य संपत्ति विभाग में ड्राइवर के पद पर कार्यरत अर्जुन सिंह कुशवाहा वर्तमान में स्टांप, पंजीयन व नागरिक उड्डयन मंत्री नंदगोपाल गुप्ता 'नंदी' की कार चलाता है। अर्जुन के मुताबिक, सोमवार शाम वह मंत्री नंदी के 6 कालिदास मार्ग स्थित आवास पर मौजूद था। इसी दौरान मंत्री नंदी ने उसे इलाहाबाद चलने का हुक्म सुनाया। लेकिन, उसने फूलपुर लोकसभा चुनाव के चलते वहां आचार संहिता लगी होने का हवाला देते हुए इलाहाबाद जाने से इंकार कर दिया। अर्जुन ने बताया कि आचार संहिता की बात सुनते ही मंत्री नंदी भड़क उठे और उन्होंने उसे गालियां देना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं, वे स्टाफ और गनर के साथ पीटने के लिये उसकी और दौड़ पड़े। अर्जुन ने बताया कि मंत्री व उनके स्टाफ को अपनी ओर आता देख वह वहां से किसी तरह जान बचाकर भाग निकला और मोटर चालक संघ के अध्यक्ष घनश्याम शुक्ला को पूरी घटना की जानकारी दी।

ड्राइवरों ने किया प्रदर्शन

जानकारी मिलने पर अध्यक्ष शुक्ला के साथ यूनियन के तमाम पदाधिकारी और सदस्य मंत्री नंदी के आवास पर जा पहुंचे और नारेबाजी शुरू कर दी। मुख्यमंत्री आवास के ठीक बगल स्थित मंत्री नंदी के आवास पर प्रदर्शन की खबर मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। जानकारी मिलने पर इंस्पेक्टर गौतमपल्ली भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्रदर्शनकारी ड्राइवरों को समझाबुझाकर शांत कराया। अध्यक्ष घनश्याम शुक्ला ने आरोप लगाया कि मंत्री नंदी का ड्राइवरों के प्रति व्यवहार बेहद बुरा है। बीते एक साल में 10 ड्राइवर मंत्री की गालीगलौज से तंग आकर अपनी ड्यूटी बदलवा चुके हैं। उन्होंने कहा कि अब उनकी यूनियन मंत्री का बायकॉट करेगी और राज्य संपत्ति विभाग का कोई ड्राइवर उनके यहां पर ड्यूटी नहीं करेगा।

पीआरओ ने आरोपों से किया इंकार

मंत्री नंद गोपाल गुप्ता 'नंदी' का पक्ष जानने के लिये दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने उनसे संपर्क की कोशिश की तो उनका मोबाइल फोन स्विच ऑफ मिला। इसके बाद मंत्री के पीआरओ आरपी मिश्रा ने मंत्री का पक्ष रखा। उन्होंने बताया कि ड्राइवर अर्जुन सिंह कुशवाहा आदतन अनुशासनहीन है। मंत्री ने उससे इलाहाबाद नहीं बल्कि, गोमतीनगर स्थित आवास चलने को कहा था। लेकिन, वह उनसे अभद्रता करने लगा। उन्होंने बताया कि ड्राइवर अर्जुन ने हाल ही में मंत्री के आगरा दौरे के दौरान वहां के अधिकारियों से अवैध रूप से कार में पेट्रोल डलवाने के नाम पर रुपये ऐंठे थे। इसकी जानकारी होने पर मंत्री नंदी उसके खिलाफ लिखापढ़ी करने वाले थे। इसी से बचने के लिये ड्राइवर ने यह ड्रामा रचा।