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AGRA : समय बदला तो छेड़छाड़ का तरीका भी बदल गया। सोशल मीडिया पर महिलाओं और युवतियों से छेड़छाड़ हो रही है। इस बात की तस्दीक वूमन पॉवर हेल्प लाइन के आंकड़े बयां कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर पर छेड़छाड़ पहले पायदान पर घरेलू महिलाएं और दूसरे पर कॉलेज गोइंग गर्ल्स और युवतियां हैं। गत वर्ष सोशल मीडिया पर छेड़छाड़ की 3990 कंप्लेन दर्ज की गई। मौजूदा वर्ष में अक्टूबर तक 12850 सोशल मीडिया पर छेड़खानी की कंप्लेन प्राप्त हुई हैं।

किस वर्ग में कितनी छेड़खानी

आयुवर्ग की बात करें तो 20 से 25 वर्ष के आयुवर्ग की युवतियों के साथ 31 फीसदी, 25-30 आयुवर्ग की युवतियों के साथ 18 फीसदी, 15-20 आयु वर्ग में 21 फीसदी, 40-50 आयु वर्ग की महिलाओं के साथ छह फीसदी छेड़खानी होती है।

सोशल मीडिया पर बढ़ रहा छेड़खानी का ग्राफ

सोशल मीडिया पर छेड़खानी का ग्राफ बढ़ता ही जा रहा है। ये हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि 1090 हेल्पलाइन पर दर्ज छेड़खानी के आंकड़े इस तथ्य की पुष्टि करते नजर आ रहे हैं।

सोशल मीडिया पर सबसे ज्यादा घरेलू महिलाएं छेड़छाड़ का शिकार

53 फीसद घरेलू महिलाएं

33 फीसद स्कूल कॉलेज गोइंग गर्ल्स

12 फीसद कामकाजी महिलाएं

2 फीसद अज्ञात

खास बात

221943 कुल शिकायत वर्ष 2017 में

229282 कुल शिकायत वर्ष 2018 में

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