- विदेश से नौकरी छोड़कर आने को लेकर हुई थी आपस में बहस

- पिता ने जमीन गिरवी रख लगवाई थी बेटे की नौकरी

- गुस्साए बेटे ने पिता पर चला दी गोलियां

Meerut: दौराला थाना क्षेत्र के कैली गांव में एक कलयुगी बेटे ने अपने पिता को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। पिता ने उसके नौकरी छोड़कर आने का विरोध किया था। गुरुवार देर रात घटना से पहले बेटे और पिता के बीच इसी मुद्दे पर काफी बहस हुई थी, इसके बाद गुस्साए बेटे ने यह कदम उठा लिया। घटना के बाद हत्यारा बेटा मौके से फरार हो गया।

घटना दबाने की कोशिश

घटना के बाद मृतक के परिजनों ने मामले को दबाने का प्रयास किया। लेकिन गोली चलने की आवाज गांव के अन्य लोगों ने भी सुनी थी, जिससे तुरंत ही कई लोग मौके पर इकट्ठा हो गए। गुरुवार देर रात करीब 2 बजे थाना पुलिस को घटना की जानकारी दी गई। थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव का पंचनामा भरकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।

गांव में ही था हत्यारा

गांव के कुछ लोगों का कहना है कि तनु अपने पिता की हत्या के बाद गांव में ही था और सुबह फरार हुआ। अगर मृतक के परिजन समय से पुलिस को घटना की जानकारी दे देते तो तनु को रात में ही गिरफ्तार कर लिया जाता।

आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दी जा रही है। मामला बाप-बेटे का होने के चलते परिजन कुछ नहीं बोल रहे हैं।

परशुराम, थाना प्रभारी दौराला

ऐसा निकला सबसे बड़ा

घटना में मारे गए महेश शर्मा पुत्र शांतिस्वरूप शर्मा (48 साल) दौराला के कैली गांव में अपने परिवार के साथ रहते थे। परिवार में उनकी पत्‍‌नी और तीन बेटे हैं। हत्यारोपी उनका सबसे बड़ा बेटा तनु शर्मा है। महेश मोहकमपुर स्थित फैक्ट्री में नौकरी करने के साथ ही खेती भी करते थे। तनु ने हाईस्कूल पास किया, तभी से महेश शर्मा उसकी नौकरी लगवाने की कोशिश में लग गए थे।

जमीन गिरवी रख दी थी

महेश ने अपनी खेती की जमीन गिरवी रखकर दो साल पहले तनु की नौकरी सऊदी अरब में लगवाई थी। तनु सऊदी अरब चला गया था। लेकिन वहां मन न लगने के कारण वह 6 महीने के बाद ही नौकरी छोड़कर वापस आ गया था। तनु के वापस आने के बाद से महेश ने उस पर वापस नौकरी पर जाने का दबाव बनाना शुरू कर दिया था। इसी कारण अक्सर दोनों में झगड़ा होता रहता था।