- 40 इलेक्ट्रिक बसें राजधानी में
- 30 सीटें एक बस में
- 3 रूटों पर किया जा रहा संचालन
- 5000 पैसेंजर्स रोजाना कर रहे सफर
- 75 किमी तक चलती है चार्जिग के बाद बस
- मेट्रो की तर्ज पर सिटी बसों में भी होगा एनाउंसमेंट सिस्टम
- सिटी बसों में जल्द शुरू होगा वीटीएस और जीपीएस
LUCKNOW: अगला बस स्टॉपेज हजरतगंज हैबस में धूम्रपान करना अपराध हैबिना टिकट यात्रा करना जुर्म हैबिना किसी कारण के पैनिक बटन दबाना दंडनीय है। इसके लिए एक हजार रुपए का जुर्माना लिया जाएगा। सफर के दौरान इस तरह के एनाउंसमेंट सिटी बसों में होंगे। मेट्रो की तर्ज पर ही सिटी बसों में एनाउंसमेंट सिस्टम लागू होगा। इसके लिए सिटी बस प्रबंधन प्रयास कर रहा है। इलेक्ट्रानिक बसों में जल्द ही वीटीएस और जीपीएस लगा एनाउंसमेंट सिस्टम शुरू किया जाएगा।
डिस्प्ले मशीनें भी बताएंगी अगला स्टॉपेज
सिटी बसों में सफर करने वाले पैसेंजर्स को अपना स्टॉप आने के लिए बाहर की तरफ देखने की जरूरत नहीं होगी। बस के अंदर होने वाले एनाउंसमेंट सिस्टम से लोगों को अगले स्टॉपेज के बारे में पता लग जाएगा। साथ ही बस में अगले स्टॉपेज डिस्प्ले मशीन पर डिस्प्ले भी होंगे। मेट्रो की तरह ही पैसेंजर्स को अन्य जरूरी भी जानकारियां दी जाएंगी। बस में धूम्रपान कर चलना वर्जित किया जाएगा। साथ ही बस किस रूट से होते हुए कहां तक जाएगी, यह सभी जानकारियां एनाउंसमेंट से पैसेंजर्स को दी जाएगी।
सिम का प्रयोग किया जाएगा
सिटी बस प्रबंधन के अधिकारियों के अनुसार मौजूदा इलेक्ट्रिक बसों में एनाउंसमेंट सिस्टम को चालू करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। इसके लिए बसों में सिम प्रणाली का प्रयोग किया जाएगा। बसों के नंबर के अनुसार हर बस में एक सीयूजी नंबर मौजूद होगा। इमरजेंसी में सीयूजी नंबर पर ड्राइवर से संपर्क किया जा सकेगा। जीपीएस और वीटीएस सिस्टम एक्टीवेट होते ही सभी इलेक्ट्रिक बसों में लगे पैनिक बटन भी एक्टीवेट हो जाएंगे।
बढ़ना है इलेक्ट्रिक बसों का बेड़ा
शहर में 100 और सिटी बसों के संचालन को मंजूरी मिल चुकी है। इसके टेंडर भी किये जा चुके हैं। उम्मीद है कि इन बसों का संचालन फरवरी में शुरू होना है। आने वाली इलेक्ट्रिक बसों के लिए चार्जिग प्वाइंट बनाये जा रहे हैं। इसके लिए पॉवर कारपोरेशन से मदद ली जा रही है। दुबग्गा डिपो में ही अन्य चार्जिग प्वाइंट तैयार किए जा रहे हैं। नगर विकास निदेशालय के अनुसार जल्द ही ये बसें सिटी बस बेड़े में शामिल हो जाएंगी।
कोट
सभी इलेक्ट्रिक बसों में जीपीएस और वीटीएस लगा एनाउंसमेंट सिस्टम को शुरू किया जाएगा। इससे बस में सफर के दौरान पैसेंजर्स को जानकारियां मिलती रहेंगी। एनाउंसमेंट सिस्टम जुड़ने पर पैसेंजर्स को खासी राहत मिलेगी। रास्ते में पड़ने वाले सभी स्टॉपेज की जानकारी पहले ही मिल जाएगी।
मनोज शर्मा
एआरएम दुबग्गा डिपो
सिटी बस प्रबंधन
बॉक्स
कंट्रोल रूम का है इंतजार
इलेक्ट्रिक बसों में सीसीटीवी कैमरे भी लगे हैं, लेकिन अभी इससे लाइव नजर नहीं रखी जा सकती। मौजूदा कैमरों में तीन दिन तक रिकार्डिग मौजूद रहती है। लाइव नजर रखने के लिए कंट्रोल रूम की व्यवस्था करनी है। कंट्रोल रूम बनने के बाद बसों में लाइव नजर भी रखी जा सकेगी और रिकार्डिग भी लंबे समय तक सुरक्षित रहेगी।